सालों बाद पंच महायोग में मनेगी जन्माष्टमी
नई दिल्ली। जगत के पालन हार का सांकेतिक 5246वॉ जन्मोत्सव दो दिन मनाया जा रहा है। आज यानी रविवार 2 सितंबर को शाम 8:50 बजे अष्टमी तिथि शुरू हो रही है। यह अष्टमी तिथि तीन सितंबर को शाम 5.20 बजे तक रहेगी। जबकि रोहिणी नक्षत्र जिसमें भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था वह 2 सितंबर को रात 8:50 बजे से शुरू होगी और अगले दिन तीन सितंबर को रात 8:04 बजे तक रहेगी।
हम आपको बता दें कि स्मार्त सम्प्रदाय (गृहस्थ) लोग 2 सितंबर को मनाएंगे वही नंदोत्सव ब्रज व भारत के मंदिरो में 3 सितंबर को वैष्णव सम्प्रदाय के लोग मनाएंगे। इस वर्ष कई सालो बाद 2 सितंबर को भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के समय गृह नक्षत्रो का योग व संयोग से पंच महायोग का अद्भुत संयोग बन रहा है। ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी के अनुसार, भगवान के जन्म के समय में यह पंच महायोग इस वर्ष भी रहेगा।
यह योग रहेंगे इस वर्ष :- जयंती योग,सूर्यबुध्यादित्य योग, शंख योग, यमानीनाथ योग, रविकृत राज योग होने से इस दिन की महत्वता को बढ़ा रहे है। इससे कृष्ण भक्तों के जीवन में सौभाग्य में वृद्धि होगी। इस दिन व्रत व पूजन से जीवन में लाभ व पुण्य प्रभाव बढ़ेगा यह एक अच्छा संयोग है।