मेष संक्रांति आज, खरमास होगा समाप्त, शुरू होंगे शुभ कार्य
ग्वालियर, न.सं.। सूर्यदेव 14 अप्रैल शुक्रवार को मीन से मेष राशि में प्रवेश करेंगे, ऐसे में यह मेष संक्रांति होगी। इसी के साथ खरमास समाप्त हो जाएगा। खरमास की समाप्ति के बाद शुभ कार्य विवाह आदि प्रारंभ हो जाते है लेकिन गुरु बृहस्पति देव के अस्त होने के कारण 28 अप्रैल तक विवाह आदि मांगलिक कार्य नहीं होंगे। विवाह के शुभ मुहूर्त एक मई से प्रारंभ होंगे।
ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि सूर्य देव के राशि परिवर्तन को संक्राति के नाम से जाना जाता है। सूर्यदेव जिस राशि में प्रवेश करते हैं उसे उसी राशि की संक्रांति के नाम से जाना जाता है। मेष संक्रांति का महा पुण्यकाल शुक्रवार को दोपहर 01:06 से शाम 05:17 बजे तक रहेगा जिसकी अवधि 04 घण्टे 11 मिनट रहेगी। मेष संक्रांति के दिन सूर्यदेव की पूजा करने और दान-पुण्य करने से विशेष लाभ मिलता है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि जो भी व्यक्ति पितृ दोष से परेशान है, उन्हें इस दिन तर्पण करना चाहिए। इसके अलावा इन दिन श्रीफल के तौर पर बेल का फल, सत्तू, पंखा, आम का टिकोरा और मिट्टी के घड़े में जल भरकर ब्राह्मण को दान करना चाहिए। इससे मनुष्य को उसके सभी तरह के कष्ट से मुक्ति मिलती है और पितृ दोष का प्रभाव भी कम होता है।