संतान की लंबी आयु के लिए माताएं रखेंगी संकट चौथ का निर्जला व्रत
ग्वालियर, न.सं.। नववर्ष की संकट चौथ 10 जनवरी को मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि माघ मास में पडऩे वाली संकष्टी चतुर्थी का विशेष महत्व होता है। इस बार की संकष्टी चतुर्थी मंगलवार को पडऩे से यह और भी खास मानी जा रही है। मंगलवार को होने की वजह से इसे अंगारकी संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। संकट चौथ के दिन माताएं अपनी संतान के लिए निर्जला व्रत रखती हैं और उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं। इस दिन प्रसाद में तिल कुटा बनाने का विधान बताया गया है इसलिए इसे तिला कुटा चौथ भी कहा जाता है।
संकष्टी चतुर्थी शुभ मुहूर्त:-
संकष्टी चतुर्थी के शुभ मुहूर्त की शुरुआत 10 जनवरी को दिन में 12 बजकर 09 मिनट पर होगी और इसका समापन 11 जनवरी को दिन में 2 बजकर 31 मिनट पर होगा। उद्यातिथि के अनुसार, संकष्टी चतुर्थी का व्रत 10 जनवरी को ही रखा जाएगा। यह व्रत रात को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही खोला जाता है। इस दिन चंद्रोदय का समय शाम को 08 बजकर 41 मिनट पर होगा।