Surajpur Violence: सूरज में बवाल, गुस्साए लोगों ने SDM को दौड़ाकर पीटा, आरोपी के घर में लगाई आग
सूरज में बवाल
Surajpur Double Murder Case : सूरजपुर। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर कोतवाली में पदस्थ प्रधान आरक्षक तालिब की पत्नी और 11 साल की बेटी की हत्या के बाद भीड़ उग्र हो गई। सैकड़ों लोगों की भीड़ सूरजपुर की सडकों पर उतरकर उत्पात मचा रही है। भीड़ ने हत्या के आरोपी कांग्रेस नेता कुलदीप साहू के घर और दुकान को आग के हवाले कर दिया। इतना ही नहीं भीड़ ने एसडीएम को भी दौड़ाकर-दौड़ाकर पीटा, इसके बाद मौके से जान बचाकर एसडीएम और उनके सुरक्षाकर्मी भाग निकले।
ये है पूरा मामला
दरअसल, बीते रविवार 13 अक्टूबर को सूरजपुर के चौपाटी पर एक पुलिस वाले से आरोपी कुलदीप साहू की बहस हो गई। इस बीच आरोपी कुलदीप ने होटल में कढ़ाई में रखा खौलते हुआ तेल फेंक दिया। इससे आरक्षक पूरी तरह जल गया। कुलदीप वहां से फरार हो गया।
यहां मामले की जानकारी लगते ही खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान कुलदीप ने पुलिस वालों पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास भी किया। इसके बाद आरोपी कुलदीप महगंवा स्थित प्रधान आरक्षक तालिब शेख के किराए के मकान में घुसा और आरक्षक की पत्नी और नाबालिग बेटी की गाला रेतकर हत्या कर दी और शहर से 5 से 7 किलोमीटर दूर खेत में लाश फेंक दी।
घटना के बाद आरोपी को पकड़ने गई पुलिस ने गाड़ी से भाग रहे आरोपी का पीछा किया। बताया जा रहा है तो आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की बावजूद आरोपी भाग निकला।
आरोपी के घर और गोदाम को किया आग के हवाले
घटना से गुस्साए शहरवासियों ने शहर बंद कर दिया और आरोपी कुलदीप साहू के घर और गोदाम के बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। गुस्साए लोगों ने आरोपी के घर पर धावा बोल दिया। आरोपी कुलदीप साहू के घर को आग के हवाले कर दिया। हालांकि घटना से पहले ही आरोपी के घरवाले सुरक्षित निकल गए थे।
भीड़ ने SDM को खदेड़ा
गुस्साई भीड़ को समझाने पहुंचे SDM से भी लोगों ने मारपीट की कोशिश की।इतना ही नहीं भीड़ ने जब हमला किया तो SDM भी भाग निकले। गुस्साए लोगों ने सूरजपुर थाने का घेराव किया। इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। घटना के बाद तनाव को देखते हुए कई दूसरे जिलों से पुलिस बल के जवानों को सूरजपुर बुलाया गया है।
हत्यारे के परिवार को सुरक्षित रखा गया
सूरजपुर की घटना पर छत्तीसगढ़ के डीसीएम विजय शर्मा ने कहा, "घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। आरोपी के पास राजनीतिक हस्तियों के साथ तस्वीरें हैं जो उसके राजनीतिक जुड़ाव को दर्शाती हैं, लेकिन उसे सिर्फ एक आरोपी के रूप में देखा जाना चाहिए और उसी के अनुसार जांच की जानी चाहिए। दंगे जैसी स्थिति थी जिसे रोका गया। हत्यारे के परिवार को सुरक्षित रखा गया है, साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आरोपी को सजा मिले। स्थिति नियंत्रण में है।