छूटा अपहृत गल्ला व्यापारी, बदमाशों ने मांगी थी एक करोड़ की फिरौती, आंख में पट्टी बांधकर शारदा मंदिर रोड पर छोड़कर भागे बदमाश

पुलिस का दावा दबाव में अपहरणकर्ताओं ने छोड़ी पकड़

सतना। भैंसासुर अपहरण केस के बाद दिन भर पुलिस की परेड़ होती रही और देर शाम नाटकीय अंदाज में रिहाई हो गई। गल्ला व्यापारी की वापसी के बाद परिजनो और पुलिस ने राहत की सांस ली। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि गल्ला व्यापारी का अपहरण करने वाले लोग कौन थे और किसलिए अपहरण किया। सुबह परिजनों के पास एक करोड़ की फिरौती मांगने का फोन पहुंचा था। परिजनों ने फिरौती की रकम पहुंचाई या फिर पुलिस के दबाव में यह पकड़ छूटी इस पर सस्पेंस अभी भी बना हुआ है। पुलिस का दावा है कि पुलिस ने पूरे जिले में मजबूत घेराबंदी कर रखी थी, जिससे अपराधी बाहर भागने में नाकाम रहे।

जानकारी के अनुसार अपहृत गल्ला व्यापारी दद्दूलाल गुप्ता 65 साल पिता काशीदीन निवासी भैंसासुर का अज्ञात बदमाशों ने शनिवार की शाम करीब साढ़े सात बजे घर के सामने से अपहरण कर लिया था। अपहरण की घटना के बाद परिजनों ने इस मामले में पुलिस को सूचना दी। वहीं सामाजिक संगठन ने भी पुलिस पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाया। जिसके बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मैहर थाने में अपहरण का मामला कायम किया गया। देर रात पुलिस कप्तान सुधीर अग्रवाल के निर्देश पर घेराबंदी शुरू की गई। हालांकि रविवार की सुबह तक कोई सुराग नहीं मिल सका। घटना की सूचना मिलते ही डीआईजी रीवा मिथलेश शुक्ला घटना स्थल पहुंचे और पुलिस की टीम का गठन कर जल्द से जल्द रिहाई और आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।

परिजन के पास जिस नंबर से आई कॉल वह अब बंद

बताया गया है कि गल्ला व्यापारी का अपहरण करने वाले बदमाशों ने घर के एक सदस्य के मोबाइल पर फोन कर एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। जब यह मामला पुलिस के संज्ञान में आया उसके बाद से यह फोन लगातार बंद आ रहा है। बदमाशों के द्वारा फिरौती मांगने की पुष्टि पुलिस कप्तान सुधीर अग्रवाल ने की हालांकि उन्होंने रकम को लेकर कोई जानकारी नहीं दी।

गल्ला के साथ करता है ब्याज का काम

गल्ला व्यापारी मैहर क्षेत्र में गल्ला के अलावा ब्याज में रकम देने का भी काम लंबे समय से कर रहा है। इसके अलावा इनके जुएं का शौक भी चर्चा में है। कहा जाता है कि अपहरण और फिरौती मांगने वाले बदमाश इनके करीबी भी हो सकते हैं, जिनको इनकी पुरी जानकारी थी।

अपहरण में कार का उपयोग

व्यापारी के अपहरण में कार का उपयोग किया गया है। एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। जोकि इसी संदिग्ध कार का बताया जा रहा है। कार में सवार बदमाशों ने व्यापारी का अपहरण किया और चंपत हो गए। वहीं रिहाई के बाद भी अभी तक उनका कोई सुराग पुलिस नहीं लगा पाई है।

आंख में पट्टी बांधकर छोड़ा

अपराधियों ने गल्ला व्यापारी को पूरी रात प्रताडि़त करने के बाद रविवार की शाम करीब साढ़े छह बजे देवी जी रोड़ के समीप एक धर्मशाला के पास आंख में पट्टी बांधकर छोड़ गए। बताया जाता है कि अपराधियों के इस कमद के बाद तमाम तरह की चर्चाएं शुरू हो चुकी है।

12 घंटे में दूरी बार पहुंचे डीआईजी

अपहरण की घटना के बाद मैहर जिले के एसपी सुधीर अग्रवाल के साथ ही डीआईजी मिथलेश शुक्ला लगातार घटनाक्रम पर नजर रख रहे थे। श्री शुक्ला 12 घंटे में दूसरी बार मैहर पहुंचे। पहले उन्होंने दिन में दौरा किया और रिहाई के बाद मैहर पहुंचकर पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपाई। प्रकरण में एसडीओपी राजीव पाठक , थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी सहित अन्य थानों की पुलिस फोर्स लगातार सर्चिंग कर रही थी।

सोमवार को होगी पूछताछ

अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटे गल्ला व्यापारी को पुलिस ने परिजनों से मिलवाने के बाद अपनी निगरानी में रखा है। फिलहाल वे कुछ भी बता पाने की स्थिति में नहीं थे, लिहाजा उन्हें आराम करने की सलाह डॉक्टरों ने दी है। ऐसे में पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की। माना जा रहा है कि व्यापारी के बयान से कुछ सुराग मिलेगा उसके आधार पर अपराधियों की गिरफ्तारी संभव है।

इनका कहना है

भैंसासुर से व्यापारी का अपहरण हुआ था, जिसकी रिहाई करा ली गई है। फिलहाल अभी अपराधियों के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। कल बयान के बाद सभी जानकारी स्पष्ट हो पाएंगी।

राजीव पाठक, एसडीओपी मैहर

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