Shivpuri : पोहरी में प्रद्युम्न करेंगे हाथी की सवारी!

Shivpuri : पोहरी में प्रद्युम्न करेंगे हाथी की सवारी!
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अकाउंट से हटाया कांग्रेस का निशान

चुनाव डेस्क। पोहरी विधानसभा से कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार रहे प्रद्युम्न वर्मा बछोरा कांग्रेस को टा-टा करने वाले हैं। सूत्र बताते है कि वह जल्द ही बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर पोहरी से चुनाव लड़ेंगे। भोपाल में उनकी बसपा नेताओं से बात चल रही है और एक-दो दिन में उनका टिकट फाइनल हो सकता है। असल में जब से यह खबर आई है कि भाजपा से मौजूदा विधायक और मंत्री सुरेश धाकड़ का टिकट फाइनल हो सकता है तो प्रद्युम्न यकायक सक्रिय हो गए हैं।

बताते चलें कि पोहरी में दो दिन से खबर सरगर्म है कि सुरेश धाकड़ भाजपा से लड़ रहे हैं। उन्होंने पोहरी ओर बैराड़ कस्बों में अपने लिए चुनाव कार्यालय भी खोलने के लिए स्थान चिन्हित कर लिए हैं। पिछले एक पखवाड़े से सुरेश धाकड़ मैदान में सक्रिय नहीं थे और दिल्ली-भोपाल की दौड़ लगा रहे थे, लेकिन अब उन्होंने अपना फोकस पोहरी में कर दिया है। सुरेश धाकड़ को लेकर आई इन खबरों के बाद प्रद्युम्न ने चुनाव लडऩे का निर्णय ले लिया है। उनके समर्थकों ने फेसबुक पर पोस्ट डालना भी शुरू कर दिया है ‘हाथी नहीं गणेश है ब्रह्मा विष्णु महेश है’ प्रद्युम्न के फेसबुक पेज पर पहले कांग्रेस का निशान पंजा एवं कमलनाथ का फोटो दिखाई देता था, लेकिन अब उसे हटा दिया गया है। लाल रंग के बैकग्राउंड के साथ जनसेवक लिखकर कवर फोटो एडिट कर दिया गया है।

सुरेश का धाकड़ समाज में भारी विरोध

बताना होगा कि सुरेश धाकड़ का अपने सजातीय धाकड़ समाज में भी जबरदस्त विरोध है। इस समाज के लोग उन्हें सोशल मीडिया पर अत्याचारी तक लिख रहे हैं। इस सामाजिक विरोध के दृष्टिगत ही प्रद्युम्न अब कांग्रेस छोडक़र बसपा की सवारी करने का मन बना चुके हैं। पोहरी विधानसभा के 299 पोलिंग बूथ में से 85 बूथ धाकड़ किरार समाज के प्रभुत्व ओर बहुमत वाले माने जाते हैं।

2018 में भी किरार समाज नहीं था साथ

2018 में भले कांग्रेस टिकट पर सुरेश धाकड़ जीते थे, लेकिन इन 85 पोलिंग का विश्लेषण किया जाए तो यहां भाजपा के प्रह्लाद भारती उन पर भारी पड़े थे। पोहरी के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर प्रद्युम्न बसपा से लड़ते हैं तो किरार समाज का बहुमत सुरेश के स्थान पर प्रद्युम्न के साथ जाएगा। प्रद्युम्न की छवि इस समाज में अच्छी मानी जाती है उनके पिता सेल्स टैक्स कमिश्नर रहे हैं और युवा चेहरे के रूप में उन्होंने पोहरी के सभी वर्गों में पैठ बनाई है।

पोहरी में बसपा का अच्छा प्रभाव

पोहरी में बसपा का अच्छा प्रभाव रहा है। उपचुनाव 2010 एवं 2018 आम चुनाव में वह दूसरे नंबर पर थी। इससे पहले भी उसे औसतन 25 हजार वोट मिलते रहे हैं। किरार समाज के साथ जाटव, पाल, बघेल जैसी जातियों के साथ बसपा के टिकट पर प्रद्युम्न अपनी जीत का समीकरण गढऩे में सक्षम है।

सिंधिया समर्थक सुरेश के खिलाफ

भाजपा के लगभग सभी स्थानीय कार्यकर्ताओं के अलावा सिंधिया से जुड़े लोग भी दो टूक शब्दों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने सुरेश धाकड़ को टिकट नही देने की मांग कर चुके है।

भाजपा -कांग्रेस दोनों के समीकरण बिगड़ेंगे

प्रद्युम्न के बसपा से लडऩे पर न केवल भाजपा का समीकरण गड़बड़ होगा बल्कि कांग्रेस के लिए भी यह चुनाव त्रिकोणीय बन जाएगा।आर्थिक रूप से भी प्रद्युम्न काफी सक्षम है ऐसे में दोनों दलों के समीकरण बिगडऩा तय है।

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