Gariaband Encounter Update: गरियाबंद मुठभेड़ में अब तक 27 नक्सली ढेर, चलपति सहित कई सीनियर नक्सली कैडर के शव बरामद
Gariaband Encounter
27 Naxalites Killed in Gariaband Encounter : गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में ओडिशा सीमा के पास चल रही मुठभेड़ में अब तक 27 नक्सली मारे गए हैं। इनमें 1 करोड़ रुपये का इनामी नक्सली जयराम उर्फ चलपति (Jayaram aka Chalapati) भी शामिल है। मुठभेड़ अभी भी जारी है और सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। इस दौरान छत्तीसगढ़ के जवान धर्मेंद्र भोई और ओडिशा के जवान डमरू घायल हो गए हैं, जिन्हें रायपुर के नारायणा अस्पताल में भर्ती किया गया है। दोनों जवानों की हालत अब स्थिर है।
मुठभेड़ में मारे गए 20 नक्सली
सोमवार को हुई मुठभेड़ के बाद अब तक 20 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। यह मुठभेड़ गरियाबंद (Gariaband) जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र के कुल्हाड़ी घाट स्थित भालू डिग्गी जंगल में हुई। सुरक्षाबल और नक्सलियों के बीच सुबह से रुक-रुक कर गोलीबारी हो रही थी। इस दौरान तीन आईईडी (IEDs) और एक स्वचालित राइफल (Automatic Rifle) बरामद की गई।
अधिकारियों का कहना है कि सर्च ऑपरेशन (Search Operation) अब भी जारी है और और शव मिलने की संभावना है। बता दें कि, इससे पहले 16 जनवरी को छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा (Chhattisgarh-Telangana Border) पर एक और मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 18 नक्सली मारे गए थे।
नक्सलियों की पहचान
मारे गए नक्सलियों में सेंट्रल कमेटी के सदस्य मनोज (Manoj) और स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य गुड्डू (Guddu) भी शामिल हैं। मनोज ओडिशा (Odisha) राज्य का प्रमुख था। इसके अलावा, महिला नक्सली (Female Naxal) भी मारे गए हैं।
नक्सलियों के पास से एसएलआर राइफल (SLR Rifle) और ऑटोमेटिक हथियार (Automatic Weapons) बरामद हुए हैं। सुरक्षाबल के अधिकारियों के अनुसार, ऑपरेशन पूरा होने के बाद नक्सलियों की पूरी पहचान और मुठभेड़ से जुड़ी अधिक जानकारी दी जाएगी।
जयराम उर्फ चलपति केंद्रीय कमेटी (Central Committee) का सदस्य और ओडिशा राज्य कमेटी (Odisha State Committee) का प्रभारी था। चलपति आंध्रप्रदेश का रहने वाला था। इस नक्सली पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था।
सुरक्षाबलों के साथ संयुक्त अभियान
यह मुठभेड़ छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमाओं पर संयुक्त ऑपरेशन के तहत की गई थी। इस ऑपरेशन में 10 टीमों ने भाग लिया। ऑपरेशन सोमवार सुबह आठ बजे शुरू हुआ, जिसमें तीन टीम ओडिशा पुलिस , दो टीम छत्तीसगढ़ पुलिस और पांच टीम सीआरपीएफ (CRPF) की शामिल थीं। ऑपरेशन में कोबरा बटालियन (Cobra Battalion) और एसओजी (SOG) की टीमों ने भी हिस्सा लिया, जिन्होंने नक्सलियों से जोरदार मुकाबला किया।
ड्रोन से हो रही निगरानी
ऑपरेशन के दौरान ड्रोन (Drone) की मदद से नक्सलियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही थी, जिससे सुरक्षाबलों को नक्सलियों के मूवमेंट का अनुमान लगाने में मदद मिली। यह कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे एक बड़े अभियान का हिस्सा है।