भारत को विकसित भारत बनाने का सफलतम संकल्प
विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता व हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की विश्व में गरिमा मण्डित की है। आज विश्व भारत की ओर उच्च आशाओं से देख रहा है। मोदी के सफलतम प्रयास से विकासशील देशों की श्रेणी से उभरकर विकसित देश बनने जा रहा है जो देश सभी प्रकाश से सम्पन्न है आर्थिक, रक्षा उपकरण व सेना, शिक्षा स्वास्थ्य, और उद्योग सभी से सम्पन्न है वे विकसित देश कहलाते है।
अमेरिका, रूस, इंग्लेण्ड, फ्रांस आदि विकसित देश हैं और जो देश अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त हो स्वतंत्र हुये हैं वे अंग्रेजों के आर्थिक शोषण से हर दृष्टि से पिछड़े हैं अब धीर-धीरे विकास के प्रयत्न कर रहे हैं। वे विकासशील देश हैं। भारत भी उनमें एक है हमारे देश में स्वतंत्र होने पर अमेरिका व रूस की गुटबंदी में सम्मिलित न होकर गुटनिरपेक्ष तटस्थता की नीति जो भारत के नेहरू युगोश्लाविया के मार्शल टीटो व मिश्र के नासिर ने मिलकर विदेश नीति तय की और हम अपने विकास के लिये अमेरिका रूस या अन्य देशों से जिससे हमें मदद की आवश्यकता होगी लेंगे फिर भी नेहरू का झुकाव रूस की तरफ मित्रता का था लेकिन अठारह देशों का मिला सोवियत संघ रूस विखर गया रूस कमजोर पड़ गया अमेरिका पाकिस्तान को आर्थिक सहायता देता था जो भारत के विरुद्ध सेना पर व्यय करता था। आज मोदी ने अमेरिका से मित्रता कर पाकिस्तान की आर्थिक सहायता बंद करा दी व अमेरिका सहित विश्व के देशों से मिलकर आर्थिक विकास का सफलतम प्रयास किया आज भारत फ्रांस चीन को पछाड़कर चौथे नम्बर की आर्थिक शक्ति बन गया है। मोदी जी की तीसरी पारी में प्रधानमंत्री बनने पर भारत अमेरिका चीन के बाद तीसरी आर्थिक शक्ति सम्पन्न देश बनेगा।
मोदी का सबसे पहला ऐतिहासिक सराहनीय कदम जिसमें कश्मीर से धारा-370 समाप्त करना है धारा-370 समाप्त करके व कश्मीर को समाप्त करके कश्मीर व लद्दाख को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने पर लोगों का अनुमान था कि मुस्लिम विरोध से भयंकर उपद्रव होगा लेकिन किसी ने कंकड़ तक फंैकने की हिम्मत नहीं की धारा-370 समाप्त कर दी एक देश एक विधान एक प्रधान के नियम को देश में लागू कर अखण्ड भारत बनाने के लिये श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बलिदान कर दिया था।
मोदी ने मुखर्जी का सपना पूरा कर भारत की गरिमा बढ़ाई यह नेहरू की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति थी कि कश्मीर का मुख्यमंत्री नहीं प्रधानमंत्री कहलाएगा कश्मीर का संविधान व झण्डा अलग रहेगा सरदार पटेल भी इसे हटाना चाहते थे व नेहरू की हठ और पटेल के निधन से पूरा न हुआ। मनमोहन सिंह 10 वर्ष तक भारत के प्रधानमंत्री रहे पर कश्मीर के नागरिक नहीं बन पाये थे ऐसी थी धारा-370, धारा-370 समाप्त करना मोदी जी का अखण्ड भारत एक प्रधान एक विधान एक ध्वज देश का अति सराहनीय सफलतम कदम रहा है दूसरा मोदी का मुस्लिम महिलाओं के हित में तीन तलाक को समाप्त कर कानून बनाकर महान काम किया तीसरा आर्थिक क्षेत्र में देश को चौथे पायदान बनाना है।
चौथा भारत को रक्षा के क्षेत्र में शक्तिशाली बनाकर परमाणु सम्पन्न देश बनाना है सन् 1962 में चीन ने भारत को हरा दिया था लेकिन आज चीन हमसे लड़ने की हिम्मत नहीं कर सकता रक्षा के क्षेत्र में भारत चीन से पीछे नहीं है हम रक्षा के क्षेत्र में स्व निर्मित रक्षा उपकरण शस्त्र बम सेना सभी में सम्पन्न है आगे और होते जायेगें पांचवां भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व चकित व श्रद्धावनत है श्रीराम लला का अयोध्या में 500 वर्ष बाद मंदिर बनाकर 22 जनवरी 2024 को मोदी जी के हाथों पूजा अर्चना कर स्थापना करना। तैतीस प्रतिशत महिलाओं का आरक्षण और कर्पुरी ठाकुर चौधरी चरण सिंह लालकृष्ण आडवानी पी. नरसिम्हा राव एवं स्वामी नाथन को भारत रत्न से विभूषित किया है। संपूर्ण भारत प्रसन्न, हर्ष व श्रद्धा से आल्हादित है ये मोदी जी के कार्यकाल की सबसे बड़ी देश को उपलब्धियां है। आगे वह दिन दूर नहीं जब 2024 में पुन: तीसरी बार मोदी जी का प्रधानमंत्री बनना पक्का तय है क्योंकि जन-जन के ह्नदय में मोदी जी के प्रति विश्वास है मोदी कुशल राजनैतिक, नैतिक व धार्मिक आस्थावान जन प्रतिनिध व नेता है भारत की जनता के ह्नदय में मोदी बसे हैं।
अत: तीसर बार प्रधानमंत्री बनेंगे। आर्थिक क्षेत्र में तीसरी शक्ति बनाना दूसरा कदम होगा देश की गरीबी बेरोजगारी समाप्त कर खुशहाल सम्पन्न देश बनाना मोदी जी का लक्ष्य होगा युवा, किसान, मजदूर, व नारी सभी का संपूर्ण विकास व सम्मान बड़ा देंगे। इस प्रकार विश्व में भारत राजनीति में प्रथम नम्बर की नैतिक सम्माननीय शक्ति बन विश्व गुरु बनेगा आर्थिक रूप से तीसरी शक्ति रक्षा स्वास्थ्य शिक्षा उद्योग कृषि सभी में संपूर्णता को प्राप्त कर भारत विकास शील देश की श्रेणी को तिरोहित कर विकसित देश बनेगा भारत नैतिकता के साथ संपूर्ण संसार का मार्गदर्शक बनकर सर्वोच्च देश बनेगा मोदी के नेतृत्व में यह सफलतम काम फलीभूत होगें।
(लेखक पूर्व व्याख्याता हैं)