पैरालंपिक के शुभारंभ से ठीक पहले बदला ध्वजवाहक, ये है कारण ...
टोक्यो। जेवलिन थ्रोअर टेक चंद टोक्यो पैरालिंपिक उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे। चंद को रियो 2016 के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु की जगह ध्वजवाहक बनाया गया है। थंगावेलु ने टोक्यो के लिए जब उड़ान भरी थी, तो उनकी सीट के पास बैठे एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट सकारात्मक निकली, जिसके बाद थंगावेलु और भारतीय दल के पांच अन्य लोगों को अगली सूचना तक क्वारंटाइन कर दिया गया है। पैरालंपिक खेलों का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर के बीच होना है।
डिप्टी शेफ डी मिशन (सीडीएम) अरहान बागती ने एक वीडियो ट्वीट किया। वीडियो में उन्होंने कहा,"हमारे ध्वज वाहक थंगावेलु को 5 अन्य लोगों के साथ, अगली सूचना तक क्वारंटाइन कर दिया गया है, क्योंकि टोक्यो के लिए उनकी फ्लाइट में उनकी सीट के पास किसी व्यक्ति का कोविड-19 टेस्ट सकारात्मक आया है। हालांकि, उनमें से किसी का भी पिछले 6 दिनों से कोविड-19 टेस्ट सकारात्मक नहीं आया है। टेक चंद अब हमारे ध्वजवाहक होंगे।"
कोरोना टेस्ट निगेटिव -
पैरालंपिक कमेटी ऑफ इंडिया (पीसीआई) के महासचिव गुरशरण सिंह ने बताया कि चूंकि मरियप्पन और अन्य एथलीटों के कोरोना टेस्ट नियमित रूप से नकारात्मक आए हैं, इसलिए उन्हें अपनी प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षिण करने की अनुमति दी जाएगी। गुरशरण सिंह ने कहा, "मरियप्पन के बजाय हमारे एथलीट टेक चंद ध्वजवाहक होंगे। हालांकि, मरियप्पन और विनोद कुमार के पिछले छह दिनों से कोविड टेस्ट नकारात्मक पाए गए हैं, इसलिए वह गांव में ही हैं।"
54 पैरा-एथलीट पैरालंपिक -
उन्होंने कहा, "उन्हें अपने संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने और प्रतिस्पर्धा करने की भी अनुमति दी जाएगी। वे अभ्यास के लिए भी जा सकेंगे, उन्हें सख्त कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करना होगा।"बता दें कि नौ विभिन्न खेलों में भारत के कुल 54 पैरा-एथलीट पैरालंपिक खेलों में भाग लेंगे। यह पैरालंपिक खेलों में भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल है।