मैरी कॉम और साक्षी ने एशियन बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के फाइनल में बनाई जगह
नईदिल्ली। भारतीय मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा), मोनिका (48 किग्रा), और जैस्मीन (57 किग्रा) को एएसबीएस एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। तीनों ही मुक्केबाजों को अपने सेमीफाइनल मुकाबलों में कजाख मुक्केबाजों रिम्मा वोलोसेंको, अलुआ बाल्किबेकोवा और व्लादिस्लावा कुख्ता के खिलाफ 5-0 से हार का।सामना करना पड़ा।
इस बीच, दो बार की युवा विश्व चैंपियन साक्षी ने जीत की लय को बरकरार रखते हुए 2016 की विश्व चैंपियन कजाकिस्तान की दीना झोलामन को 54 किग्रा वर्ग के अंतिम-4 में 3-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया,जहां स्वर्ण पदक मुकाबले में उनका सामना उज़्बेक की मुक्केबाज सितोरा शोगदारोवा से होगा। वहीं, दिग्गज भारतीय मुक्केबाज मैरी कॉम ने भी महिलाओं के 51 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में लुत्सैखान अल्तांतसेटसेग को 4-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में मैरी कॉम का सामना कजाकिस्तान की दो बार की विश्व चैम्पियन नाजिम कायजैबाय से होगा।
इस प्रतियोगिता में भारतीय मुक्केबाज अब तक 15 पदक सुरक्षित कर चुके हैं,जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले भारतीय दल ने बैंकाक में 2019 संस्करण में 13 पदक (दो स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदक) जीते थे और तीसरे स्थान पर रहे थे। इस प्रतियोगिता में भारत, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और कजाकिस्तान जैसे मजबूत मुक्केबाजी देशों सहित 17 देशों के 150 मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया है।
महिला वर्ग में प्रत्येक श्रेणी में पदक हासिल करने के बाद, आज रात लालबुत्साईही (64 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), स्वीटी (81 किग्रा) और अनुपमा (+81 किग्रा) सहित 5 और भारतीय मुक्केबाज अपना-अपना सेमीफाइनल मुकाबला खेलेंगे।गत चैंपियन अमित पंघाल (52 किग्रा), शिव थापा (64 किग्रा), विकास कृष्ण (69 किग्रा), वरिंदर सिंह (60 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) शुक्रवार को अंतिम-4 चरण में प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे।