कौन है यूसुफ डिकेच, जिसने जेब में हाथ डालकर बड़ी आसानी से ओलंपिक मेडल जीत लिया?

पेरिस। कभी-कभी इंसान की केजुअल अप्रोच उसे परेशानी में डाल देती है। आदमी को एटीट्यूड और स्वैग रखना चाहिए पर इतना नहीं उसकी इस हरक़त के कारण उसपर सवाल खड़े होने लगे। ठीक वैसा ही हुआ है शूटर यूसुफ डिकेच के साथ, जिसने जेब में हाथ डालकर बड़ी आसानी से मेडल जीत लिया है।
इन दिनों पेरिस में ओलंपिक चल रहा है करीब 196 ओलंपिक समितियों के कुल 10,672 एथलीट्स ओलंपिक खेलों में भाग लिया है। भारत की ओर से भी 112 एथलीट 16 खेलों में 69 पदक स्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं। भारत अपने एथलीट्स को लेकर चर्चा में तो है ही, मगर ऐसा एक और खिलाड़ी है जिसने अपने केजुअल एटीट्यूड के कारण चर्चा में है। आईए जानते है कौन है शूटर यूसुफ डिकेच।
कौन है शूटर यूसुफ डिकेच
पेरिस ओलंपिक में एक 51 साल का शूटर वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। कारण उस एथलीट का स्वैग और एटीट्यूड है, नाम है यूसुफ डिकेच तुर्किए के यूसुफ डिकेच ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में हिस्सा लिया और बिना कि स्पेशल उपकरण जो कि शूटिंग के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। सिर्फ बंदूक से सटीक निशाना साधकर सिल्वर मेडल अपने नाम कर लिया, जिसकी कोई उम्मीद भी नहीं कर रहा था। इतना ही उन्होंने इस मेडल के साथ एक रिकॉर्ड भी बनाया। यूसुफ डिकेच तुर्किए के लिए शूटिंग में मेडल जीतने वाले पहले एथलीट बन गए हैं।
बताते चलें कि यूसुफ डिकेच की उम्र 51 साल है और इस बार उन्होंने अपनी महिला साथी सेवल इल्यादा तरहान के साथ 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में हिस्सा लिया था यूसुफ डिकेच ने सिल्वर जीतकर ओलंपिक के इतिहास में शूटिंग में तुर्किए को पहला मेडल भी दिला दिया है। मगर जिस अंदाज में उन्होंने मेडल जीता है। उन्होंने लोगों के दिलों का मेडल जीत लिया है, सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
क्यों नहीं ली डिकेच ने कोई सुरक्षा
दरअसल शूटिंग के दौरान ये होता है कि शूटर सामने से पड़ रही लाइट और चमक से बचने के लिए फोकस और वाइजर का इस्तेमाल करते हैं। जिससे उनका फोकस क्लियर हो सके, ओलंपिक में शूटर्स को अपने हिसाब से ड्रेस पहनने की अनुमति होती है और डिकेच ने केवल दिशा निर्देश को फॉलो करते हुए फाइनल में भाग लेने का फैसला किया था। उनके अलावा गोल्ड मेडल जीतने वाले चीनी शूटर लियू युकुन ने भी केवल ईयरप्लग पहना था, लेकिन कोई ब्लाइंडर या वाइजर नहीं पहना था।