दिग्गज खिलाड़ी का सनसनीखेज खुलासा: 'मुझे जहर दिया गया'...खेल जगत में मचा हड़कंप

मुझे जहर दिया गया...खेल जगत में मचा हड़कंप
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Novak Djokovic Poisoning Claim : दुनिया के महान टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसने खेल जगत को हैरान कर दिया है। जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियन ओपन-2025 से पहले एक बयान में दावा किया कि उन्हें साल 2022 में जहर दिया गया था।

जोकोविच के अनुसार, यह घटना उस समय हुई थी जब ऑस्ट्रेलियन ओपन-2022 से पहले वीजा से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें हिरासत में लिया गया था। वीजा विवाद के चलते जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया से वापस भेजा गया था। हिरासत के दौरान मेलबर्न के एक होटल में ठहरने के दौरान, उन्हें कथित रूप से जहर दिए जाने की बात सामने आई है। यह आरोप उस वक्त की घटनाओं से जुड़ा है जब जोकोविच पर गलत जानकारी देने का आरोप लगा था और उन्हें कानूनी प्रक्रिया का सामना करना पड़ा था। उनका यह दावा खेल जगत में चर्चा का केंद्र बन गया है।

"मुझे होटल में दिया गया जहरीला खाना" : जोकोविच

साल 2022 में ऑस्ट्रेलिया में कोविड-19 को लेकर सख्त नियम लागू थे, लेकिन नोवाक जोकोविच ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी। इस कारण उन्हें ऑस्ट्रेलियन ओपन से पहले हिरासत में लिया गया था। गोल्ड क्वेस्ट से बातचीत में जोकोविच ने दावा किया कि मेलबर्न में हिरासत के दौरान जिस होटल में उन्हें रखा गया था, वहां उन्हें जहरीला खाना दिया गया। उन्होंने कहा, "मुझे स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हुईं। मुझे महसूस हुआ कि होटल में मुझे जहरीला खाना दिया गया, जिससे मेरी हालत खराब हो गई।"

जोकोविच ने बताया कि उस दौरान उन्हें तेज बुखार हुआ था, जिससे उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सर्बिया लौटने पर जब उन्होंने कुछ मेडिकल टेस्ट कराए, तो उनके शरीर में भारी धातु जैसे लीड और मर्करी की उपस्थिति पाई गई। इस घटना और विवादों के चलते जोकोविच 2022 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीतने से चूक गए।

अभी भी नहीं भूले वो पल

इस साल जोकोविच ऑस्ट्रेलियन ओपन में 25वें ग्रैंड स्लैम को जीतने की कोशिश कर रहे हैं। 2023 में वह टूर्नामेंट में लौटे और जीत हासिल की थी। लेकिन उन्होंने स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया में बिताया वह कठिन समय उन्हें अब भी सताता है। जोकोविच ने कहा, "जब भी मैं ऑस्ट्रेलिया आता हूं और पासपोर्ट कंट्रोल से गुजरता हूं, वह पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं। इमिग्रेशन से गुजरते हुए आज भी असहज महसूस करता हूं।"

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