जैविक खाद से बढ़ती है खेतों की उर्वरा क्षमता : शर्मा

जैविक खाद से बढ़ती है खेतों की उर्वरा क्षमता :  शर्मा
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जैविक खेती से मिट्टी की शक्ति बढ़ती है। इसको इस तरह से भी समझा जा सकता है कि एंटी बायोटिक दवाएं मानव के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती है। वैसे ही रासायनिक खाद मिट्टी की क्षमता को कम करती जा रही है।

वाराणसी । रासायनिक खाद खेतों को कमजोर कर रहा है। इससे बचाव जरूरी है, वरना एक समय ऐसा आएगा, जब खेत मृत प्राय हो जाएंगे और कोई खाद उसमें काम नहीं आएगी। इसके लिए जैविक खाद की ओर आगे बढ़ना होगा। ये बातें बायोफिल संस्थान के सीईओ डीके शर्मा ने कही। वे राजा तालाब स्थित टोडरपुर में जैविक कृषि डिपो के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि जैविक खेती से मिट्टी की शक्ति बढ़ती है। इसको इस तरह से भी समझा जा सकता है कि एंटी बायोटिक दवाएं मानव के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती है। वैसे ही रासायनिक खाद मिट्टी की क्षमता को कम करती जा रही है। एक दिन वह उसे मृत प्राय बना देगी। इस दौरान संस्था के डीएसएम विनोद चौबे ने कहा कि हर किसान को जैविक खादों का प्रयोग करना जरूरी है। इसके प्रयोग से ही हम खेतों की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इस दौरान डिपो धारक आलोक सिंह, टीएसएम जीतेंद्र शर्मा घनश्याम शर्मा आदि मौजूद रहे।

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