फर्जी डॉक्टर मामला: NHRC टीम के दौरे से पहले दमोह CMHO थाने FIR लिखवाने पहुंचे, प्रियांक कानूनगो ने लगाए पास्टर को बचाने का आरोप

Damoh Fake doctor case
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Damoh Fake doctor case

Damoh Fake doctor case : मध्यप्रदेश। दमोह के मिशनरी अस्पताल में फर्जी डॉक्टर का मामला अब बढ़ता जा रहा है। 7 से 9 अप्रैल NHRC की टीम दमोह में कैंप लगाकर मामले की जांच करने पहुंचेगी। इसके पहले CMHO हरकत में आए हैं। दमोह CMHO देर रात थाने में इस मामले की शिकायत करने पहुंचे। उनका वीडियो शेयर करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने आरोप लगाया है कि, इस मामले में पास्टर को बचाने की कोशिश की जा रही है।

प्रियांक कानूनगो ने एक्स पर बताया - "कल सवेरे हमारी टीम दमोह जाँच के लिए पहुँच जाएगी,अभी सूत्रों ने बताया है कि आयोग की कार्रवाई से डर कर अभी आधी रात में CMHO दमोह कोतवाली में बैठकर FIR करवा रहे हैं। FIR के मजमून में सेंट्रल इंडिया क्रिस्चन मिशन द्वारा संचालित मिशनरी अस्पताल के संचालक और सर्वेसर्वा पास्टर अजय लाल को बचाने की पूरी तैयारी की जा रही है।"

"ये अधिकारी पिछले एक महीने से जाँच के नाम पर हाथ पर हाथ रखकर बैठे थे,अब मासूमियत दिखा रहे हैं और दोस्ताना भी निभा रहे हैं। कोई भी दोषी बचने नहीं दिया जाएगा।"

दमोह का फर्जी डॉक्टर है विवाद की वजह :

दरअसल, दमोह में एक फर्जी डॉक्टर द्वारा बीते एक साल में कई लोगों के हृदय का ऑपरेशन किया गया। खुद को विदेशी मूल का बताने वाला यह डॉक्टर फर्जी था। न इसके पास कोई मेडिकल डिग्री थी और न ही कोई योग्यता।बावजूद इसके यह खुद को कार्डियोवस्क्यूलर डिजीज का विशेषज्ञ बताता था। आरोप है कि, गैस की समस्या होने पर इसने लोगों के दिल का ऑपरेशन कर दिया। इसके चलते 7 लोगों की मौत हो गई। आधिकारिक रूप से फिलहाल दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और दमोह का फर्जी डॉक्टर फरार है।

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