भीमराव आंबेडकर एलिवेटेड कॉरिडोर: असिस्टेंट और सब इंजिनियर निलंबित, वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस, जानिए मामला
भीमराव आंबेडकर एलिवेटेड कॉरिडोर
Bhimrao Ambedkar Elevated Corridor Bhopal: भोपाल, मध्यप्रदेश। जिस एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जापान यात्रा से पहले किया था उसके सहायक यंत्री और उपयंत्री को निलंबित कर दिया गया है। यही नहीं दो वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने इस एलिवेटेड कॉरिडोर का नाम डॉ. भीमराव आंबेडकर एलिवेटेड कॉरिडोर रखा था। गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक बने इस कॉरिडोर में कुछ खामियां सामने आई थी।
इस मामले को गंभीर से लेते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग एक्शन मोड में हैं। मंत्री राकेश सिंह ने खुद इस मामले में संज्ञान लिया है। हालांकि उन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर एलिवेटेड कॉरिडोर की गुणवत्ता में कमी न होने की बात भी कही है।
पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि, भोपाल में नवनिर्मित डॉ. भीमराव आंबेडकर एलिवेटेड कॉरिडोर की डिजाइन, सुरक्षा और स्ट्रक्चरल गुणवत्ता में कोई कमी नहीं है। चूंकि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, इसलिए मात्र फिनिशिंग मानक के अनुरूप नहीं पाए जाने पर संबंधित सहायक यंत्री एवं उपयंत्री को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए अन्य 2 वरिष्ठ अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही, निर्माणकर्ता कंपनी और अनुबंधकर्ता के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए निर्देश दिए गए हैं। लोक निर्माण विभाग के कार्यों में गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बता दें कि, 23 जनवरी को जीजी फ्लाईओवर का उद्घाटन हुआ था। भीमराव अंबेडकर सेतु का PWD के अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई ने निरीक्षण किया था। अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई को काम में खामियां नजर आई थी। इसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने इंजिनियर को निलंबित कर वरिष्ठ अधिकारियों को शो-कोज नोटिस थमा दिया है।