भोपाल के पुष्कर ने जर्मनी में लहराया परचम, जीता आयरन मैन का खिताब

भोपाल के पुष्कर ने जर्मनी में लहराया परचम, जीता आयरन मैन का खिताब
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फ्रैंकफर्ट जर्मनी में 18 अगस्त को आयोजित अंतरराष्ट्रीय आयरनमैन 140.6 स्पर्धा में भोपाल के 19 वर्षीय पुष्कर टेंभरे ने तय समय से भी कम में पूरा करके फुल आयरनमैन 140.6 का खिताब अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता में पूरी दुनिया से 3000 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया जिसमें से 2208 खिलाड़ी ही इसको पूरा कर सके।

इसी के साथ पुष्कर मध्यप्रदेश के सबसे कम उम्र के फुल आयरनमैन बन गए हैं। साथ ही भारत के सबसे कम उम्र के फुल आयरनमैन (पुरुष वर्ग) भी बन गए। गौरतलब है की मध्यप्रदेश से अभी तक सिर्फ 2 लोग ही आयरनमैन 140.6 को सफलतापूर्वक पूरा कर पाए थे।

पुष्कर ने 2 माह पहले 23 जून को डेनमार्क के एल्सिनोर में यूरोपियन आयरनमैन 70.3 स्पर्धा पूरी करके हाफ आयरनमैन का खिताब अपने नाम किया था और 18 अगस्त को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में फुल आयरनमैन 140.6 पूरी करके फुल आयरनमैन का खिताब जीता है । इस तरह पुष्कर 2 माह के अंतराल में ही दोनो आयरनमैन 70.3 और आयरनमैन 140.6 खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं।

ज्ञात हो कि हाफ आयरनमैन 70.3 में प्रतिभागी को 1.9 km तैराकी, 90 km साइकलिंग तथा 21 km की दौड़ तय समय 8.30 घंटे में पूरी करना होती है जो की पुष्कर ने 7 घंटे 17 मिनट में पूरी कर ली थी ।

साथ ही फुल आयरनमैन 140.6 में प्रतिभागी को 3.8 km तैराकी, 180 km साइकलिंग तथा 42 km की दौड़ तय समय 15 घंटे में पूरी करना होती है जो की पुष्कर ने 14 घंटे 52 मिनट में पूरी कर ली थी ।

केंद्रीय विद्यालय भोपाल के विद्यार्थी रहे पुष्कर बचपन से ही भोपाल के ताल में तैराकी, सेलिंग तथा वन विहार में साइकलिंग, रनिंग करते आ रहे हैं तथा सेलिंग में 3 बार नेशनल मेडल जीत चुके हैं। साथ ही चीन में जाकर जूनियर जी-18 सेलिंग स्पर्धा में भारत का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं।

वर्तमान में पुष्कर सारब्रकेन, जर्मनी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं । उन्होंने बताया की भविष्य में वो दुनिया की सबसे कठिन रेस अंतरराष्ट्रीय "अल्ट्रामैन " तथा "आयरनमैन रेस चैंपियनशिप" पूरी करके भोपाल का नाम अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर लाना चाहते हैं ।

इस उपलब्धि के लिए पुष्कर के तैराकी कोच आर डी झा, ट्रायथलॉन कोच कैप्टन मनोज झा, सेलिंग कोच जी एल यादव ने बधाई दी है । साथ ही पुष्कर के माता पिता, परिवार तथा दोस्तों ने भविष्य में और भी बड़े कीर्तिमान स्थापित करने और भारत का नाम दुनिया में रोशन करने की शुभकामनाएं दी हैं ।

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