Political News: MP कांग्रेस की PAC बैठक में बड़े नेताओं ने की दूरी तो जीतू पटवारी के छलके आंसू, भाजपा बोली - सब इमोशनल ड्रामा
MP कांग्रेस की PAC बैठक में बड़े नेताओं ने की दूरी तो जीतू पटवारी के छलके आंसू
MP Political News : मध्यप्रदेश। MP कांग्रेस के लिए 21 नवंबर काफी अहम था। कार्यकारिणी के गठन के बाद पोलिटिकल अफेयर कमेटी की बैठक थी। सुबह से शाम तक चली बैठक में कांग्रेस के कई नेता शामिल हुए और कई गैरमौजूद रहे। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि, वरिष्ठ नेता वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े लेकिन अंदरख़ानों की खबर अब जगजाहिर है। जानकारी सामने आई है कि, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी इस बैठक में वरिष्ठ नेताओं की गैरमौजूदगी के चलते भावुक हो गए।
कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने खुद मीडिया के सामने आकर जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि, प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने वरिष्ठ नेताओं से अनुरोध किया है कि, वे आगे की रणनीति बनाने में उनका सहयोग करें। जीतू पटवारी ने यहां तक कह दिया कि, यह उनकी अकेले की कांग्रेस नहीं है। सज्जन सिंह वर्मा ने आगे बताया कि, जीतू पटवारी की यह कहते हुए आंखें भर आई थी कि, 'बड़े नेताओं का हाथ मेरे सिर पर होना चाहिए...अगर ऐसा नहीं होगा तो मैं कैसे काम कर पाऊंगा।'
बिना वरिष्ठों के भविष्य के रोडमैप पर चर्चा :
पार्टी बैठक पर कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा ने कहा, "आज सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक कांग्रेस पार्टी की बैठक हुई, जिसमें पार्टी के भविष्य के रोडमैप पर चर्चा की गई। तय हुआ कि हम ग्राम कांग्रेस कमेटियों का गठन करेंगे और शहरों के अलग-अलग वार्डों में भी कमेटियां बनाकर प्रदेश के हर घर तक पहुंचेंगे।"
मध्यप्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की आज पहले दिन की बैठक हुई है। पोलिटिकल अफ़ेयर्स कमेटी की इस बैठक में 25 में से 16 नेता गैरमौजूद थे।
कांग्रेस की इस बैठक में शामिल नहीं रहने वालों में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह , उमंग सिंघार, अजय सिंह , अरुण यादव , नकुल नाथ , कमलेश्वर पटेल, फूल सिंह बरैया, गोविंद सिंह, मीनाक्षी नटराजन , तरुण भनोत , प्रवीण पाठक, बाला बच्चन,आरिफ़ मसूद , नीटू सिकरवार , शोभा ओझा शामिल है।
दावा किया गया था कि, अनुपस्थित रहने वाले नेता वर्च्युल जुड़ेंगे लेकिन कोई भी वर्च्युल जुड़ा ही नहीं। इस मामले में भाजपा नेता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि, पटवारी जी के ख़िलाफ़ नेताओ का खुला विद्रोह...बैठक की हालत देखकर पटवारी जी का "इमोशनल ड्रामा" एक रणनीति के तहत कुछ नेताओ ने कराया...आँखो में आँसू लाकर बड़े नेताओ से सहयोग माँगा। बैठक में मौजूद एक नेत्री ने कहा कि आँसुओ से कुछ होने वाला नहीं है , प्रदेश में तीसरा दल होता तो यहाँ भी हमारी हालत यूपी-बिहार जैसी हो जाती।
भाजपा नेता सलूजा का कहना है कि, 'विरोधी नेताओ की अब कल की तैयारी...उनका कहना कि सारी नाराज़गी पटवारी की कार्यशैली , एकला चलो की नीति और निपटाने की नीति के कारण...कल की कार्यकारिणी की बैठक में से भी आधे से ज़्यादा पदाधिकारी ग़ायब रहेंगे।'