MP News: रिश्वत लेने वाले वनपाल को न्यायालय ने सुनाई 4 साल की सजा, ट्रेक्‍टर छोड़ने के ऐवज में मांगे थे रुपए

रिश्वत लेने वाले वनपाल को न्यायालय ने सुनाई 4 साल की सजा
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रिश्वत लेने वाले वनपाल को न्यायालय ने सुनाई 4 साल की सजा

मध्य प्रदेश। रिश्वत लेने वाले वनपाल राधेश्याम श्रीवास्तव को न्यायालय ने 4 साल की सजा सुनाई है। वनपाल राधेश्याम श्रीवास्तव ने ट्रेक्‍टर छोड़ने के ऐवज में फरियादी से रिश्वत की मांग की थी।

आरोपी राधेश्याम श्रीवास्तव को दोषसिद्ध पाते हुए भ्रष्‍टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन -2018 ) की धारा धारा 13(1)बी सहपठित धारा 13(2)में दो‍षसिद्ध करते हुए 4 वर्ष का सश्रम कारावास और 1000 रूपये अर्थदण्‍ड से दण्डित किया गया।

जानकारी के अनुसार, आवेदक उत्तम पटेल निवासी बडगुवा थाना नोहटा ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त सागर से शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि खेत पर मकान निर्माण के लिये फर्सियां खरीदी थी। फर्सीयों को अपने निवास स्थान से अपने ट्रेक्टर कमांक एमपी 34 ए 2845 पर लोड करवाकर अपने ट्रेक्टर को लेबर शंकर के यहाँ रख दिया था और शाम को अपने निवास स्थान वापिस आ गया था।

इसके बाद दूसरे दिन उसका ट्रेक्टर लेबर शंकर पटेल के पास खड़ा नही होने से इसकी रिपोर्ट लिखाने थाना नोहटा गया, तो थाना के कर्मचारियो ने उसका ट्रेक्टर वन विभाग के पास होने की बात बताई। वन विभाग के सगौनी बीट पर पहुंचने पर ट्रेक्टर जप्ती के संबंध में नोटिस प्राप्त हुआ।

इसके बाद वन विभाग के अधिकारी वनपाल राधेश्याम श्रीवास्तव ने आवेदक से कहा कि 10,000 रूपये की व्यवस्था कर लो तो तुम्हारा ट्रेक्टर छूट जायेगा। आवेदक,आरोपी को रिश्‍वत देना नहीं चाहता था, बल्कि उसे रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था।

आवेदक द्वारा की गई शिकायत की तस्‍दीक पश्चात ट्रेप का आयोजन किया गया। आवेदक द्वारा रिश्वत मांग संबंधी बातचीत को रिकार्ड किया गया था। इसके बाद आरोपी सात हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया गया।

मामले में दस्तावेजी साक्ष्य एवं मौखिक साक्ष्य व अभियोजन द्वारा प्रस्तुत तर्को से सहमत होकर न्यायालय द्वारा आज 28 फरवरी 2025 को पारित निर्णय में आरोपी को दण्डित किया गया। न्यायालय- विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम दमोह संतोष कुमार गुप्‍ता ने आरोपी को सजा सुनाई है।

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