दमोह फर्जी डॉक्टर केस: आरोपी नरेंद्र यादव उर्फ जॉन केम से मारपीट, पुलिस को मिली पांच दिन की रिमांड

Damoh Fake Doctor Case : दमोह, मध्यप्रदेश (दिनेश चौबे)। दमोह फर्जी डॉक्टर केस में आरोपी नरेंद्र यादव उर्फ जॉन केम को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को पांच दिन की रिमांड पर भेज दिया। फर्जी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ जॉन केम के साथ कोर्ट परिसर में मारपीट भी हुई। आरोपी को भीड़ से बचाने के चलते पुलिस कर्मी अजीत दुबे गाड़ी से गिर गए। इस दौरान लोगों की भीड़ ने नरेंद्र यादव उर्फ जॉन केम के खिलाफ नारेबाजी को और गाली-गलौच भी किया।
देर रात पुलिस ने आरोपी नरेंद्र यादव उर्फ जॉन केम को उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार किया था। जिला अस्पताल में मेडीकल के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट से पुलिस को आरोपी की पांच दिन की रिमांड मिली है। कोर्ट परिसर में आरोपी नरेंद्र यादव उर्फ जॉन केम को अधिवक्ताओं के गुस्से का सामना भी करना पड़ा।
दमोह का फर्जी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ जॉन एन केम से पुलिस पूछताछ कर रही है। दमोह के CMHO मुकेश जैन ने में बताया कि, 20 फरवरी को कलेक्टर द्वारा इस मामले की जांच के आदेश दिए गए थे। 22 मार्च से जॉन एन केम के खिलाफ जांच शुरू हुई। इस फर्जी डॉक्टर ने लोगों की एंजायप्लास्टी की थी। तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। कार्डियोलॉजी विभाग में जबतक नरेंद्र यादव उर्फ जॉन एन केम रहा तब तक 7 लोगों की मौत हो गई थी। मिशन अस्पताल से इस बारे में जानकारी मांगी गई लेकिन फर्जी डॉक्टर को लेकर कोई जनकारी नहीं मिली।
इसके बाद मार्च में फ़ाइनल जांच रिपोर्ट तैयार करके एक बार पुनः दस्तावेज मांगे गए। इस बार पता चला कि, जॉन एन केम के पास कोलकाता यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस और एमडी की डिग्री है। इसके अलावा उसने कार्डियोलॉजिस्ट की डिग्री पांडिचेरी यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है। इस डिग्री पर उप-राज्यपाल के हस्ताक्षर भी थे। जब जांच की तो पता चला कि, यह हस्ताक्षर भी नकली हैं। डिग्री में न तो एनरोलमेंट नंबर था न रोल नंबर।
20 फरवरी से जांच शुरू हुई लेकिन 6 - 7 अप्रैल की दरमियानी रात को हुई। 7 तारीख की सुबह जब NHRC की टीम दमोह पहुंचने वाली थी तब एक रात पहले ही CMHO मुकेश जैन ने पुलिस थाने पहुंचकर FIR लिखवाई।