खाद न मिलने से परेशान किसान ने की आत्महत्या: कांग्रेस ने सरकार को घेरा, मंत्री विश्वास सारंग बोले - सरकार ने की पूरी व्यवस्था

कांग्रेस ने सरकार को घेरा, मंत्री विश्वास सारंग बोले - सरकार ने की पूरी व्यवस्था
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खाद न मिलने से परेशान किसान ने की आत्महत्या

मध्यप्रदेश। खाद न मिलने से एक किसान ने आत्महत्या कर ली है - यह आरोप कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने लगाए हैं। अरुण यादव ने एक व्यक्ति का वीडियो शेयर किया है जो सोशल मीडिया पर वायरल है। खाद की कमी के आरोप पर मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि, सरकार ने पूरी व्यवस्था व्यवस्था की है। जहां कमी है वहां काम किया जा रहा है।

अरुण यादव ने एक्स पर लिखा कि, 'गुना जिले की बमौरी विधानसभा क्षेत्र में डीएपी खाद न मिलने पर ग्राम झागर के किसान भगवत किरार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, प्रशासन ने बिना पोस्टमार्टम कराएं आनन फानन में मृतक किसान का दाह संस्कार भी करवा दिया।'

उन्होंने आगे लिखा कि, "मृतक किसान के परिजनों का आरोप है कि ग्राम धाननखेड़ी में खाद लेने गए थे, लम्बे समय तक लाइन में लगने के बाद भी खाद नहीं मिल पाई, इसी के चलते वह अवसाद में आ गए थे और आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया। आखिर भाजपा सरकार किसानों की चिंता कब करेगी और उनके लिए खाद कब उपलब्ध करवाएगी ? क्योंकि किसान खरीफ की फसल एवं सरकार की उदासीनता की वजह से पहले से ही परेशान है अब उसे रबी की फसल से उसे उम्मीद है फिर भी न समय पर खाद है न बिजली। मेरी किसान साथियों से प्रार्थना है कि आत्महत्या जैसा कोई कदम न उठाएं, क्योंकि इससे सबसे ज्यादा पीड़ा आपके परिजनों को ही होगी।"

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उमंग सिंघार ने इस मामले में कहा -

'सरकार की हठधर्मी से किसान परेशान, खाद के लिए अफसरों के पैरों में गिरे !!! गेंहू और चने की बोवनी का समय आ गया, पर सरकार किसानों के लिए #DAP खाद का इंतजाम नहीं कर पा रही! नर्मदापुरम, मैहर और जबलपुर समेत कई इलाकों के किसान खाद के लिए रात-रातभर जागने को मजबूर हैं! गुना जिले के बमोरी के एक किसान की तो इसी दुख में मौत हो गई कि खाद नहीं मिलेगी तो उसका क्या होगा!'

'किसानों का आरोप है कि अफसर उनकी परेशानी नहीं समझ रहे और न सही बात बताते हैं! यह आरोप भी लगाया कि खाद ब्लैक किया जा रहा है, पर प्रशासन उस पर काबू नहीं कर पा रहा! मुख्यमंत्री तो किसानों के बड़े हितैषी बनते हैं, फिर क्या उनकी ये पीड़ा आपको समझ नहीं आ रही? किसानों को समय पर खाद नहीं मिलेगी, तो बोवनी कैसे होगी? शिवराज जी आप तो अब दिल्ली में कृषि मंत्री की कुर्सी पर आसीन है, क्या आपको भी किसानों का क्रंदन सुनाई नहीं दे रहा?'

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