उर्दू भाषा में लगे पोस्टरों की जांच में जुटा प्रशासन: प्रशासन की जानकारी के बिना चल रहा था ट्रस्ट का काम…

प्रशासन की जानकारी के बिना चल रहा था ट्रस्ट का काम…
X

गंजबासौदा: विगत कुछ दिनों में अनेक ग्रामीण अंचलों में उर्दू भाषा में कुछ पोस्टर अनेक स्थानों पर लगाए गए जब यह पोस्टर ग्राम बावली में लगे तब ग्राम बावली की जागरूक नागरिक विश्व हिंदू परिषद के जिला प्रचार प्रसार प्रमुख सत्यम दुवे ने इसकी सूचना मध्य स्वदेश अखबार के संवाददाता को दी विषय की गंभीरता ओर संदिगता को देखते हुए संवाददाता ने पूरे मामले को प्रशासन को अवगत कराने को कहा।

तब सत्यम ने पूरी जानकारी क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विजय राय व पुलिस मनोज मिश्रा को दी पूरे मामले में प्रशासन तत्काल हरकत में आया और ग्राम बावली में लगे उर्दू भाषा में लगे पोस्टरों की जांच के लिए प्रशासन ग्राम बावली पहुंचा विषय की गंभीरता को देखते हुए पुलिस द्वारा जिन घरों में पोस्टर लगे हैं, उन से पूछताछ की ओर पोस्टर लगाने बालों के विषय में पता लगाया गया। पूरे मामले में खबर लिखे जाने तक पुलिस जांच में जुटी हुई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस ने कुछ लोगों को भी थाने बुलाया है उनसे पूछताछ व बयान भी लिए गए हैं अब यह पूरा क्या मामला है यह तो अभी कह पाना मुश्किल है कि बिना प्रशासन की कोई जानकारी के उर्दू भाषा में पोस्टर लगाने का उद्देश्य क्या है। यह तो जांच के उपरांत ही पता लगेगा।


ट्रस्ट का यूएई से है संबंध–

प्राप्त जानकारी के अनुसार उर्दू भाषा में जो पोस्टर लगाए गए हैं उनका संबंध कासमी एजुकेशनल एंड चैरिटेबल सोसायटी, शारजाह चैरिटी इंटरनेशनल से बताया जा रहा है।

यह एनजीओ नल कूप खनन सहित अनेक कार्य करती है और ग्रामीणों का सहयोग करने का कार्य करती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन नागरिकों का सहयोग किया गया ओर उन्हें धन राशि दी गई उनके घर यह पोस्टर लगाए गए हैं।जिनका सहयोग किया गया इसमें एक धर्म विशेष के लोगों के अलावा हिंदू परिवार भी शामिल हैं।

सोचने वाली बात यह है कि यह संस्था कहां की है हालांकि इसका रजिस्ट्रेशन है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस ट्रस्ट के तार अरब देश से जुड़े हुए हैं पोस्टर में यूएई सहायता साफ शब्दों में लिखा गया है।

अब यूएई से सहायता लेकर यह ट्रस्ट बासौदा के ग्रामीण अंचलों में क्यों पैसा बांट रहा है समझ से परे भी है और जांच का विषय भी हैं हालांकि पूरे मामले की जांच स्वयं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मनोज मिश्रा कर रहे हैं। लेकिन अरब देश से जुड़े ट्रस्ट का यहां सेवा कार्य करना ओर उर्दू भाषा में लिखे पोस्टर घर घर लगाना संदिगता उत्पन्न करता है।

स्थानीय लोग भी हैं शामिल–

पूरे मामले की जांच एसडीओपी महोदय के निर्देशन में चल रही है प्राप्त जानकारी के अनुसार इस ट्रस्ट में भोपाल, लटेरी, मुरवास , अशोक नगर के अनेक लोग संपर्क में हैं। ग्राम बावली के जागरूक नागरिक सत्यम दुवे के कारण यह मामला प्रकाश में आया लेकिन जैसे ही यह बात का खुलासा हुआ तो पता लगा कि केवल ग्राम बावली ही नहीं कुछ गांव और भी हैं जहां अब यह पोस्टर लगे होने की सूचना मिल रही हैं जिन पर अब प्रशासन जांच कर रहा है।

स्थानीय प्रशासन को नहीं जानकारी–

ग्राम बावली में नल कूप खनन का मामला सामने आया लेकिन ट्रस्ट नल कूप का कार्य कर रहा लेकिन इस बात की भनक पीएचई विभाग को ही नहीं है , ना ही राजस्व विभाग को कोई जानकारी ना ही पुलिस को कोई जानकारी ओर हद तो जब हो गई जब जिस पंचायत में यह पोस्टर लगाए गए हैं उस पंचायत को भी इस पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं है। अब इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन के गोपनीय सूत्र कितने मजबूत हैं।

इनका कहना है

______

"प्रशासन से किसी प्रकार की कोई अनुमति नहीं ली गई है। ग्राम बावली का मामला नल कूप से संबंधित है इसलिए पूरे मामले में पीएचई विभाग व पंचायत को भी जांच के लिए निर्देशित किया गया है।" - विजय राय, एसडीएम, गंजबासोदा

____

"जानकारी लगते ही तत्काल संज्ञान लिया गया है और ट्रस्ट के संपूर्ण दस्तावेजों की जांच की जा रही है।" मनोज मिश्रा, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस गंजबासोदा

__

"जैसे ही मैने गांव में उर्दू भाषा में लगे पोस्टर देखे वैसे ही मैने तुरंत एसडीओपी सर व एसडीएम सर को सूचना दी और पूरे मामले से प्रशासन को अवगत कराया।" - सत्यम दुवे बावली, जिला प्रचार प्रसार प्रमुख, विश्व हिंदू परिषद गंजबासोदा

__

"प्रशासन को जानकारी दिए बिना ग्रामीण क्षेत्रों में अरब की संस्था द्वारा नल लगाये जा रहे हैं खाते में पैसे डालने की जानकारी भी मिली है और अरबी या उर्दू भाषा में लिखे शिलापट्ट लगायें जा रहे हैं हमने प्रशासन को अवगत कराया है जांच की रही है अगर जरूरत होगी तो वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में मामला ले जायेंगे और आवश्यक हुआ तो आंदोलन भी करेंगे।" - अभिषेक शर्मा, जिला मंत्री, विश्व हिंदू परिषद

Tags

Next Story