गंजबासौदा: गरीब आदिवासी लोगों को धर्मांतरण कराने, छिंदवाड़ा से पंजाब ले जा रहा धर्मांतरण का सरगना, स्टेशन पर पकड़ाया…

गरीब आदिवासी लोगों को धर्मांतरण कराने, छिंदवाड़ा से पंजाब ले जा रहा धर्मांतरण का सरगना, स्टेशन पर पकड़ाया…
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संदिग्ध बोला सभी को चर्च में प्रार्थना करवाने ले जा रहा था!

गंजबासौदा। रेलवे व शहर थाना पुलिस गंजबासौदा रेलवे स्टेशन के एस 3 बोगी से 11 संदिग्ध लोगों को पकड़ा व 7 संदिग्ध को पकड़ने के लिए बीना पुलिस को सूचित किया गया। पूरा मामला यह है कि शहर के हिंदू वादी संगठन के कार्यकर्ताओं को सूचना प्राप्त हुई थी कि छिंदवाड़ा से 18 लोगों को कुछ लोग धर्म परिवर्तन के मंसूबे से पंजाब के फिरोजपुर ले जा रहे थे।

सूचना के आधार पर हिन्दू वादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय पुलिस व रेलवे पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस सहित संगठन के कार्यकर्ता रेल्वे स्टेशन पर सक्रिय हुए करीब 6 : 15 पर गाड़ी संख्या 20423 पातालकोट सुपर फास्ट एक्सप्रेस से संदिग्ध शेजनाथ सूर्यवंशी सहित 11 लोगों को उतार लिया गया।

खबर लिखे जाने तक रेल्वे पुलिस कार्यालय में एसडीएम विजय राय, एसडीओपी मनोज मिश्रा, शहर थाना पुलिस योगेन्द्र परमार, ग्रामीण हरिकिशन लोहिया सहित प्रशासनिक अमला जांच में जुटा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा निवासी संदिग्ध शेजनाथ ने स्वयं बताया कि वह सभी को पंजाब के चर्च ले जा रहा था वहां सभी की प्राथना करानी थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश सभी लोग आदिवासी समुदाय से आते हैं। मौके पर उपस्थित हिन्दू वादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने पुलिस के एक शिकायती पत्र भी दिया है जिसमें गरीब आदिवासी लोगों के धर्मांतरण का आरोप लगाया है।

धर्मांतरण बर्दाश्त नहीं – अग्रवाल

हिंदू वादी संगठन के नीलेश अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि यात्रियों से हमें सूचना प्राप्त हुई थी कि एक फादर व उसका एक साथ कुछ 15 से 20 लोगों को धर्म परिवर्तन कराने पंजाब ले जा रहा है जिसे स्थानीय प्रशासन के सहयोग से पकड़ा है। श्री अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी धर्मांतरण के मुद्दे पर बहुत गंभीर हैं श्री अग्रवाल ने कहा कि धर्मांतरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम प्रशासन से निष्पक्ष जांच व कठोर कार्यवाही की मांग करते हैं।

सामग्री में मिला ईसाई धर्म का साहित्य!

प्राप्त जानकारी के अनुसार दो संदिग्धों पर करीब डेढ़ दर्जन लोगों को आदिवासी से ईसाई धर्म की प्रार्थना के लिए ले जाने का आरोप के बाद जब रेल्वे पुलिस ने संदिग्धों के सामग्री की जांच पड़ताल की तो सूत्रों के अनुसार ईसाई धर्म व चर्च से जुड़े हुए कुछ धार्मिक साहित्य भी सामग्री में प्राप्त हुए हैं।

संदिग्धों ने स्वयं कबूला कि हम कराते हैं ईसाई प्रार्थना

संदिग्ध आरोपी विजय तंगराम ने बताया कि मीडिया को बताया कि मैंने पहली बार कोरोना काल में पंजाब के चर्च ईसाई धर्म की प्रार्थना की थी तब से में आदिवासी सहित अन्य समाज के गरीब लोगों को छिंदवाड़ा जिले से पंजाब के चर्च ले जाकर ईसाई धर्म की प्रार्थना कराता हूं।आरोपी विजय ने बताया कि आज शामिल लोगों में आदिवासी समाज के अलावा कुर्मी सहित अन्य समाज के लोग भी है जिन्हें प्रार्थना के लिए चर्च ले जा रहे थे।

अपने आप को राज्यपाल का रिश्तेदार बता रहा है संदिग्ध


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