राजनीति में बदलती तस्वीर, कभी विरोधी रहे चाचा-भतीजे ने की मुलाकात
अशोकनगर। प्रदेश की राजनीति में सियासत तेज होने के साथ ही तस्वीरें बदलती नजर आ रहीं है। 2 दिन पहले तक विपक्ष द्वारा भजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और केपी यादव के बीच बताई जा रही गुटबाजी अब दिखाई नहीं दे रही। मंगलवार को वर्चुअल रैली में सिंधिया और केपी यादव के बीच हुए संवाद के बाद आज एक नई तस्वीर सामने आई है। साल 2018 के विधानसभा चुनाव के समय एक-दूसरे के आमने-सामने आने वाले गुना सांसद और केपी यादव ने आज मुलाकात की।मंत्री बृजेन्द्र यादव ने आज सांसद केपी यादव के निवास पर उनसे मिलने पहुंचे।
इस मुलाकात के दौरान भाजपा के जिलाध्यक्ष उमेश रघुवंशी भी मौजूद रहे। रघुवंशी ने इस मुलाकात को शिष्टाचार बैठक बताया। दोनों नेता भी इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बता रहे है।जानकारी के दौरान इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच मुंगावली एवं अशोकनगर विधानसभा में होने बाले उप चुनाव को लेकर चर्चा हुई है।चूकि मुंगावली विधान सभा यादव बाहुल्य सीट है ।ऐसे में सामाजिक तौर पर मंत्री ब्रजेन्द्र यादव एवं सांसद केपी यादव दोनों को एक बताने की यह सोची समझी रणनीति भी मानी जा रही है।पूर्व में भाजपा सांसद के भाई भी कॉन्ग्रेस नेता सचिन यादव से मुलाकात कर चुके हैं।बता दें की दोनों नेता आपसी निकट रिश्तेदार भी है।
बताों दें की दोनों नेताओं के बीच चाचा-भतीजे का रिश्ता है।इस मुलाकात का राजनीतिक जानकार अपने-अपने हिसाब से कई मायने निकाल रहें है। लेकिन भाजपा और दोनों नेता इसे साधारण मुलाकात से बढ़कर कुछ नहीं बता रहे।