खबर का असर: काली कमाई और सूदखोरी के भंडाफोड़ के बाद जेल प्रहरी रामबाबू शर्मा सस्पेंड
खबर का असर
गंजबासौदा। मध्य प्रदेश के विदिशा जिले की गंजबासौदा उपजेल में तैनात जेल प्रहरी रामबाबू शर्मा को काली कमाई और अवैध गतिविधियों में शामिल होने के कारण निलंबित कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि रामबाबू शर्मा ने अपनी सरकारी सेवा के दौरान उधार देने और उस पर ब्याज वसूलने जैसे गैरकानूनी कार्य किए थे।
क्या था मामला
गंजबासौदा निवासी अंकित दुबे की उप जेल में पदस्थ आरक्षक रामबाबू शर्मा से जान पहचान थी। कई बार वह नकद, ऑनलाइन लेनदेन कर चुका है। अंकित ने गल्ला व्यापार को बढ़ाने के लिए रामबाबू शर्मा से वर्ष 2024 में 64 लाख 33 हजार 500 रुपए दो रुपए प्रति सैंकड़ा ब्याज पर लिये थे। यह रकम रामबाबू ने अंकित को नकद व ऑनलाइन दी थी। इसके बदले अंकित दुबे, उप जेल में पदस्थ आरक्षक रामबाबू शर्मा को अलग-अलग किस्तों में अभी तक 83 लाख 62 हजार 124 रुपए वापस चुका है, इसके बावजूद आरक्षक ने अंकित को और रुपए देने के लिए जान से मारने की धमकी दी एवं लगातार प्रताड़ित करता रहा।
प्रताड़ना से तंग आकर अंकित दुबे ने जहर पीकर आत्महत्या की कोशिश की लेकिन समय पर इलाज मिलने से वह बच गया। अंकित का आरोप था कि जब हमने अपने प्रॉफिट की राशि आरक्षक रामबाबू से मांगी तब आरक्षक ने यह कहकर रुपए देने से इंकार कर दिया कि यह पूरी राशि तो ब्याज की है अभी मूल रकम तो लेना बाकी है। अंकित के पास आरक्षक की हैंड राइटिंग में लिखित पूरा हिसाब किताब सहित अनेक फोन की कॉल रिकॉर्डिंग भी थी।