MP News: विधानसभा में उठा मंदिर प्रबंधन का मुद्दा, उमंग सिंघार बोले - कलेक्टर के भरोसे नहीं रह सकते

विधानसभा में उठा मंदिर प्रबंधन का मुद्दा, उमंग सिंघार बोले - कलेक्टर के भरोसे नहीं रह सकते
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उमंग सिंघार

MP विधानसभा शीतकालीन सत्र : मध्यप्रदेश। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मंदिरों के प्रबंधन का मुद्दा उठा। सदन में जब इस मुद्दे पर चर्चा हुई तो नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी सरकार को घेर लिया। उमंग सिंघार ने कहा कि, मंदिरों को कलेक्टर के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। मंदिर प्रबंधन ट्रस्ट का अखाड़ों को सौंपा जाना चाहिए।

उमंग सिंघार ने कहा कि, मैं सरकार से जानना चाहता हूँ कि, जीर्ण शीर्ण अवस्था में मंदिर है। क्या हमारे कलेक्टर इतने फुर्सत में हैं।

भाजपा जो हमेशा हिंदुओं की बात करती है, वह मंदिरों को क्यों बंद रख रही है? कलेक्टर के भरोसे मंदिर नहीं चल सकते! मेरी मांग है कि मंदिरों का प्रबंधन अखाड़ों या स्थानीय धार्मिक ट्रस्टों को सौंपा जाए।

हमारा आशय मंदिर की जमीन को लेकर नहीं है। हजारों मंदिर बंद पड़े हैं, और भगवान की पूजा नहीं हो रही है, लेकिन भाजपा को इसकी चिंता नहीं है। जब मंदिरों की बात आती है, तो भाजपा का दोहरा चरित्र सामने आता है।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायक नहीं लेंगे वेतन, उमंग सिंघार बोले - इस पैसे से विकास काम करे सरकार -

नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बड़ा ऐलान किया है। उमंग सिंघार ने कहा है कि, मध्योरदेश में कांग्रेस विधायक अब वेतन नहीं लेंगे। इन पैसों से सरकार उनके क्षेत्र में विकास के कार्य करवाए। शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उमंग सिंघार कल केतली लेकर पहुंचे थे वे गुरुवार को टोटी लेकर सदन पहुंचे।

जल जीवन मिशन में घोटाले का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा - बीजेपी का 'जल जीवन मिशन ' एक बड़ा छलावा बन चुका है। न तो योजना का कोई ठोस आधार है, न ही कोई स्पष्ट दिशा। ठेकेदार से लेकर अधिकारी और मंत्री तक सबका 40% कमीशन तय है। भाजपा ने हर घर नल की बात की, लेकिन लोगों को मिली केवल टोंटी, जिसमें कभी पानी नहीं आया। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें

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