Manoj Parmar Suicide Case: मनोज परमार आत्महत्या मामले में गरमाई सियासत, जीतू पटवारी बोले - "सरकारी-हत्या" का जवाब देना होगा
मध्यप्रदेश। कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी की आत्महत्या मामले में अब सियासत गरमाती नजर आ रही है। मनोज परमार की आत्महत्या की खबर मिलते ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी आष्टा के लिए रवाना हो गए थे। आष्टा पहुंच कर उन्होंने मनोज परमार के बच्चों से मुलाकात की। सरकार पर निशाना साधते हुए जीतू पटवारी ने इसे सरकारी हत्या बताया।
बच्चों से मिलकर जीतू पटवारी ने एक्स पर लिखा, "प्रधानमंत्री जी, यह अनाथ बच्चे आपकी ED की प्रताड़ना का प्रमाण हैं! यह रो रहे हैं! चीख रहे हैं! बार-बार कह रहे हैं, "हमारे माता-पिता की मौत के लिए ED ही जिम्मेदार है!" क्या अभी भी किसी भी सबूत की आवश्यकता है? इस "सरकारी-हत्या" का जवाब, अब संसद के दस्तावेजों में ही दर्ज होगा! दुर्भावनाओं की राजनीति पर जवाब देना होगा!"
घर में पत्नी संग फांसी पर लटके मिले मनोज परमार :
मनोज परमार और उनकी पत्नी का शव शुक्रवार को उनके आवास पर फंदे से लटका मिला। दोनों के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। बीते दिनों इंदौर और सीहोर में मनोज परमार से जुड़े ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि, छापेमारी के बाद से ही मनोज परमार चिंता में थे।
मनोज परमार उस समय चर्चा में आए थे जब उनके बच्चों ने राहुल गांधी को न्याय यात्रा के दौरान गुल्लक दी थी। कांग्रेस के आरोप है कि, मनोज परमार और उनकी पत्नी नेमा परमार को इसलिए प्रताड़ित किया गया क्योंकि वे कांग्रेस का समर्थन करते हैं।
दिग्विजय सिंह ने X पर पोस्ट करते हुए कहा -
'आष्टा सिहोर जिला मप्र के मनोज परमार को बिना कारण ED द्वारा परेशान किया जा रहा था। मनोज परमार के बच्चों ने राहुल जी को भारत जोड़ो यात्रा के समय गुल्लक भेंट की थी। मनोज के घर पर ED के Astt Director भोपाल संजीत कुमार साहू द्वारा रेड की गई थी। मनोज अनुसार उस पर रेड इसलिए डाली गई क्योंकि वह कांग्रेस का समर्थक है। मैंने मनोज के लिए वकील की व्यवस्था भी कर दी थी। लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है मनोज इतना घबराया हुआ था कि आज उसने व उसकी पत्नी ने आज सुबह आत्म हत्या कर ली। मैं इस प्रकरण में Director ED से निष्पक्ष जाँच की मांग करता हूँ।'
बता दें कि ईडी की रेड में अधिकारियों ने मनोज परमार से जुड़े इंदौर सीहोर के चार स्थानों पर छापा मारा था। छापेमारी में चल और अचल संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए थे। इसके अलावा ईडी ने कुछ बैंक अकाउंट भी फ्रीज किए थे।