शासकीय जमीन पर अंतिम संस्कार करने से रोका: दोनों पक्षों में पथराव, परिजनों ने एमएस रोड पर शव रखकर किया चक्काजाम…

श्योपुर। वीरपुर क्षेत्र के लीलदा गांव में शासकीय जमीन पर मृतक का अंतिम संस्कार करने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव किया। इसके बाद मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही विजयपुर एसडीएम बीएस अभिषेक मिश्र एवं एसडीओपी राघवेन्द्र सिंह तोमर सहित पांच थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। प्रशासन की समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। देर शाम मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार लीलदा निवासी जगदीश बेंगलुरु में मजदूरी करते थे। जहां विगत दिवस सड़क दुर्घटना में उनकी मौत हो गई थी। सोमवार को सुबह उनका शव गांव लाया गया। परिजन दोपहर एक बजे शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जा रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने मृतक का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर पथराव कर दिया। इसके बाद मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने शव को एमएस रोड पर रखकर चक्काजाम कर दिया। एसडीएम की समझाइश पर लगभग छह घंटे बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। इसके बाद परिजनों ने शासकीय जमीन पर मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया।
रेलवे लाइन में चला गया था मुक्तिधाम
लीलदा गांव में अलग-अलग जगह पर दो मुक्तिधाम थे। इनमें से एक मुक्तिधाम ग्वालियर से श्योपुर तक बनाए जा रहे ब्रॉडगेज रेलवे ट्रैक के लिए जमीन अधीग्रहण किए जाने से हटा दिया गया। इसलिए पटवारी ने गांव में खाली पड़ी शासकीय जमीन पर अंतिम संस्कार करने के लिए कहा लेकिन उक्त जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा था। इस वजह से उन्होंने मृतक का अंतिम संस्कार करने से रोकने का प्रयास किया। एसडीएम विजयपुर, पुलिस बल एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से चर्चा कर मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझा दिया। साथ ही भविष्य में इस प्रकार की स्थिति की पुनरावृत्ति रोकने के लिए गांव में स्थाई मुक्तिधाम के लिए आवश्यक कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गई है।
