Arjun Award 2025: जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस और सीहोर के बेटे कपिल परमार अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित, सीएम ने किया अभिनंदन

जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस और सीहोर के बेटे कपिल परमार अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित, सीएम ने किया अभिनंदन
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Arjun Award : जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस और सीहोर के बेटे कपिल परमार अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित

Arjun Award 2025 : मध्यप्रदेश। खेल क्षेत्र में मध्यप्रदेश समेत देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया। जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस (Rubina Francis) और सीहोर के बेटे कपिल परमार (Kapil Parmar) को अर्जुन अवॉर्ड मिला है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सम्मान मिलने पर दोनों खिलाड़ियों का अभिनंदन किया।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने एक्स पर लिखा, 'अभिनंदन चैंपियंस! राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी के कर कमलों से मध्यप्रदेश के जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस एवं सीहोर के बेटे कपिल परमार को "अर्जुन अवॉर्ड 2024" से सम्मानित किए जाने पर हार्दिक बधाई। आपकी इस उपलब्धि से प्रदेश तथा देशवासी गौरवान्वित हुए हैं। आप इसी तरह अपने प्रदर्शन तथा प्रतिभा से नए कीर्तिमान स्थापित करते रहें, शुभकामनाएं।'

केंद्रीय खेल मंत्रालय ने 2 जनवरी को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा की थी। जिसमें मध्यप्रदेश की दो प्रमुख पैरा खिलाड़ी शामिल थे। जबलपुर की पैरा शूटर रुबीना फ्रांसिस और सीहोर के पैरा जूडो खिलाड़ी कपिल परमार का नाम दिग्गज खिलाड़ियों में लिया गया था। रुबीना, जो कई वर्षों से भोपाल स्थित एमपी शूटिंग एकेडमी में ट्रेनिंग ले रही हैं, और कपिल, जो सीहोर से हैं, दोनों ही पेरिस पैरालंपिक 2024 में मेडल जीतने वाले खिलाड़ी हैं।

2018 में वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी करने वाली रुबीना फ्रांसिस

रुबीना फ्रांसिस, जो मध्यप्रदेश की पहली खिलाड़ी हैं जिन्होंने पैरालंपिक में पदक जीता, एमपी शूटिंग एकेडमी भोपाल में अपनी ट्रेनिंग करती हैं। पेरिस पैरालंपिक 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 इवेंट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। इस इवेंट का गोल्ड ईरान के जवानमार्दी ने 236.8 पॉइंट के साथ जीता, जबकि सिल्वर तुर्की की ओज्गन ए ने 231.1 पॉइंट के साथ अपने नाम किया। रुबिना ने 211.1 पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। रुबिना का यह दूसरा ओलंपिक है, इससे पहले वे 2022 के टोक्यो पैरालंपिक में भी भाग ले चुकी हैं। मूलतः जबलपुर की रहने वाली रुबिना ने 2015 में एमपी शूटिंग खेल अकादमी ज्वॉइन की थी।

रूबिना फ्रांसिस (Rubina Francis) ने वर्ष 2017 और 2018 में लगातार दो बार जूनियर रिकॉर्ड स्थापित किया और 2018 में फ्रांस में वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की। अब तक, उन्होंने 10 इंटरनेशनल चैंपियनशिप में भाग लिया है, जिसमें तीन गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज सहित कुल छह मेडल जीते हैं। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने 13 गोल्ड, तीन सिल्वर और कुल 17 मेडल हासिल किए हैं।

कपिल बने पैरालंपिक में मेडल जीतने वाले पहले जूडोका

सीहोर के कपिल परमार ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में इतिहास रचते हुए जूडो के -60 किग्रा J1 वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता। 5 सितंबर 2024 को उन्होंने ब्राजील के एलील्टन डी ओलिवेरा को 10-0 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल मैच जीतने के साथ जूडो में पैरालंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए।

कपिल परमार, जो दृष्टिबाधित हैं, एक करंट लगने के कारण अपनी आंखों की रोशनी खो बैठे थे, लेकिन उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। J1 श्रेणी में वर्गीकृत दृष्टिबाधित खिलाड़ियों को सामान्य दृष्टि वाले व्यक्तियों की तुलना में कम दिखाई देता है। पैरालंपिक से पहले कपिल एशियन पैरा गेम्स में सिल्वर मेडल भी जीत चुके हैं।

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