मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा, भीड़ ने दो वाहनों में लगाई आग, फायरिंग की भी सूचना
इंफाल। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच बीती रात इंफाल पश्चिम जिले में भीड़ ने दो वाहनों को आग लगा दी जबकि इंफाल पूर्वी जिले में गोलीबारी की भी सूचना है। यह जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों ने शनिवार को यहां दी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लोगों के एक समूह ने बीती रात ऐतिहासिक कांगला किले के पास महाबली रोड पर दो निजी वाहनों को जला दिया। उपद्रवियों को संदेह था कि उन चार पहिया वाहनों का इस्तेमाल एक विशेष जातीय समुदाय के लिए घरेलू सामान ले जाने के लिए किया जा रहा था। पुलिस के हस्तक्षेप के चलते भीड़ तितर-बितर हो गयी लेकिन दोनों वाहनों के चालक भाग निकले। हालांकि इस मामले में कोई हताहत नहीं हुआ है।
चार लोगों की गोली मारकर हत्या
इंफाल पश्चिम जिले के यिंगांगपोकपी के पास लाईकोट में शुक्रवार की देर रात दो समुदायों के बीच रुक-रुक कर गोलीबारी भी होती रही। इस दौरान बिष्णुपुर जिले में अलग-अलग स्थानों पर मणिपुर पुलिस कमांडो सहित चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई और कई अन्य घायल हो गए।शुक्रवार की शाम को मोइरांग तुरेल मापन में संदिग्ध आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई जबकि तीन अन्य की जान कांगवई, सोंगडो और अवांग लेखई गांवों में तड़के चली गई। ये सभी घटनाएं बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों की सीमा पर हुई हैं।
केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों को तैनात-
अधिकारियों ने कहा कि सेना और असम राइफल्स के जवान स्थिति से निपटने के लिए शुक्रवार रात को सोंगडो चले गए। हिंसा को नियंत्रित करने और राज्य में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए मणिपुर पुलिस के अलावा लगभग 40 हजार केंद्रीय सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।