शशिकला के राजनीति में दोबारा प्रवेश की खबर से एआईएडीएमके में खलबली
चेन्नई। राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की सहयोगी रहीं वीके शशिकला की राजनीति में वापसी की खबरों से सत्तारूढ़ दल आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) सहित अन्य राजनीतिक पार्टियों में खलबली मची है। एआईएडीएमके ने शशिकला और उनके समर्थकों के खिलाफ राज्य में शांति भंग करने की आशंका और उनकी पार्टी के झंडा का अवैध रूप से उपयोग करने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है।
दरअसल, आय से अधिक मामले में चार साल की जेल की सजा काट कर शशिकला अभी जल्द ही जेल से बाहर आई हैं। शशिकला सोमवार को चेन्नई आ रही हैं। इससे पहले बेंगलुरु में शशिकला और उनके भतीज के कथित सौ मानव बम चेन्नई लाने के बयान पर राज्य की पुलिस सतर्क है। शशिकला के बेंगलुरु अस्पताल से बाहर निकलने के दौरान एआईएडीएमके का झंडा लगे वाहन का प्रयोग करने पर पार्टी ने पुलिस से आपत्ति दर्ज कराई थी। शशिकला के राजनीति में सक्रिय होने पर उत्पन्न होने वाली संभावित परिस्थितियों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी एवं उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की अध्यक्षता में अन्नाद्रमुक की बैठक भी हो चुकी है।
शनिवार को शशिकला के खिलाफ एआईएडीएमके प्रेसिडियम के अध्यक्ष ई मधुसूदनन ने दूसरी शिकायत दर्ज कराई है। अन्नाद्रमुक ने पुलिस महानिदेशक को बताया कि शशिकला और उनके भतीजे टीटीवी दिनकरन ने तमिलनाडु में शांति भंग करने की साजिश रच रही हैं। राज्य के कानून मंत्री सीवी शनमुगम ने आरोप लगाया कि चाची-भतीजे की जोड़ी के समर्थकों ने खुलेआम धमकी दी थी। शिकायत दर्ज कराने ने दौरान राज्य के मंत्री पी थंगमणि और शनमुगम भी मौजूद थे।
हालांकि कानून मंत्री शनमुगम ने कहा कि अन्नाद्रमुक को शशिकला के बेंगलुरु से चेन्नई लौटने पर कोई आपत्ति नहीं थी, लेकिन दिनकरन ने अन्नाद्रमुक के महासचिव के रूप में चेन्नई पहुंचने के दावे को आपत्तिजनक बताया। कानून मंत्री ने कहा कि शशिकला, दिनकरन और उनके समर्थकों ने बेंगलुरु से एक बयान जारी कहा था कि वे सौ मानव बम बनाकर तमिलनाडु पहुंचेंगे। यह बयान डराने, धमकाने साजिश रचने और राज्य में अशांति फैलाने वाला है। हालांकि, शशिकला के भतीजे दिनाकरन ने साजिश के आरोपों को बेतुका करार दते हुए इसे झूठा एवं अपमानजनक बताया है।