असम विधानसभा का बजट सत्र शुरू, हंगामा कर रहे विधायक को मार्शल ने बाहर निकाला
गुवाहाटी। असम विधानसभा का 15वां बजट सत्र सोमवार को राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी के अभिभाषण के साथ आरंभ हुआ। राज्यपाल के संबोधन से पहले नेता प्रतिपक्ष देवब्रत सैकिया ने बजट सत्र के दौरान राज्य सरकार को समर्थन की बात दोहरायी। इसके चलते सदन में ऐसा पहली बार देखने को मिला कि राइजर दल के एकमात्र शिवसागर के विधायक अखिल गोगोई को छोड़ किसी भी पार्टी ने राज्यपाल के संबोधन के दौरान टीका-टिप्पणी नहीं की।
कुल 38 पृष्ठों वाले अपने अभिभाषण को राज्यपाल प्रो. मुखी ने 54 मिनट 19 सेकेंड में पढ़ा। राज्यपाल ने अपने संबोधन के दौरान राज्य सरकार के विकास कार्यों का विस्तार से ब्योरा प्रस्तुत किया।
अखिल गोगोई निलंबित -
राज्यपाल के संबोधन के दौरान अखिल गोगोई ने अकेले अवरोध पैदा करने की कोशिश की। अखिल ने कुल चार बार टीका-टिप्पणी की। इस पर नाराज विधानसभा अध्यक्ष बिश्वजीत दैमारी ने अखिल को पहले सदन से बाहर चले जाने को कहा। जब वे नहीं माने तो उन्हें सदन से निलंबित करते हुए मार्शल के जरिए सदन से बाहर निकाल दिया। इस दौरान अखिल नारेबाजी करते रहे। उल्लेखनीय है कि अखिल प्ले कार्ड भी लेकर सदन के अंदर पहुंचे थे। उन्होंने प्लेकार्ड दिखाकर बार-बार राज्यपाल के अभिभाषण पर सवाल उठाते हुए एक लाख नौकरी देने, भूमि का पट्टा देने समेत कई मुद्दे उठाए।
सदन स्थगित -
राज्यपाल के संबोधन के बाद सदन चाय अवकाश के लिए स्थगित हो गया। सदन की कार्यवाही जब दोबारा आरंभ हुई तो सबसे पहले विधानसभा अध्यक्ष दैमारी ने अखिल गोगोई के निलंबन को वापस ले लिया। अध्यक्ष ने माजुली विधानसभा क्षेत्र से उप चुनाव में नव-निर्वाचित भाजपा विधायक भुबन गम को सदन के सदस्य के रूप में शपथ दिलायी। साथ ही इस बीच राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जिन प्रमुख लोगों का निधन हुआ, एक मिनट का मौन रखते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी।
सदन में आज विभिन्न विभागों के कुल 10 बिल पेश किये गये। इसके अलावा कई विभागों के गजट नोटिफिकेशन भी पेश किये गये। बजट सत्र एक अप्रैल तक चलेगा।