असम में बाढ़ से 17 जिलों के 6,80,931 लोग प्रभावित
गुवाहाटी। राज्य में बाढ़ के हालात में धीरे-धीरे सुधार होता दिखाई दे रहा है। असम आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से रविवार की देर शाम जारी आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या अब 17 रह गई है।
राज्य में 22 मई से बाढ़ के जो हालात बने हैं वह अब भी कामय हैं। हालांकि बीच-बीच में स्थिति काफी सामान्य हुई थी लेकिन अचानक फिर से बारिश तेज हो गई, जिसके चलते बाढ़ के हालात बेकाबू हो गए।
केंद्रीय जल आयोग की ओर जारी आंकड़ों के अनुसार निमातीघाटी (जोरहाट) और धुबरी में ब्रह्मपुत्र; एनटी रोड क्रॉसिंग (शोणितपुर) में जिया भराली; धरमतुल (नगांव) में कपिली नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से शनिवार देर शाम को जारी आंकड़ों के अनुसार असम के धेमाजी, बिश्वनाथ, चिरांग, दरंग, नलबाड़ी, बरपेटा, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमारा, ग्वालपारा, कामरूप, कामरूप (मेट्रो), मोरीगांव, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, तिनसुकिया जिला के 36 राजस्व सर्किल के 1073 गांवों के 6,80,931 लोग अभी भी प्रभावित हैं।
बदली स्थिति में बाढ़ से अभी तक 17 जिलों के 45,175.93 हेक्टयर कृषि भूमि अभी भी जलमग्न है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए 62 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं। राहत शिविरों में कुल 4,853 व्यक्ति रह रहे हैं। इस बार की बाढ़ में अब तक 39 लोगों की मौत हो गई है।
बाढ़ के चलते 4,39,636 बड़े जानवर, 1,82,120 छोटे जानवर तथा 7,22,319 पोल्ट्री बाढ़ से अभी भी प्रभावित हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ, सर्किल अधिकारी, स्थानीय नागरिकों की टीमों को तैनात किया गया है।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में रविवार को 123 नावें तैनात की गई थीं। बाढ़ में फंसे 210 लोगों को बाहर निकलाकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है। बाढ़ प्रभावितों के बीच सरकार की ओर से 2,121.05 क्वींटल चावल, 330.56 क्वींटल दाल, 92.03 क्वींटल नमक, 203.7 लीटर सरसो का तेल के अलावा अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया है। बाढ़ के चलते कई सड़कें, बांस व आरसीसी के कई पुलों को भी नुकसान पहुंचा है।