उत्तरकाशी टनल हादसे में बड़ी अपडेट, 40 नहीं 41 मजदूर फंसे, मुख्यमंत्री धामी ने की समीक्षा

उत्तरकाशी टनल हादसे में बड़ी अपडेट, 40 नहीं 41 मजदूर फंसे, मुख्यमंत्री धामी ने की समीक्षा
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श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता

देहरादून। उत्तरकाशी की सिलक्यारा पोल गांव टनल में हादसे में 40 नहीं 41 श्रमिक फंसे हुए हैं। इसकी जानकारी निर्माण कंपनी को राहत और बचाव कार्य के सातवें दिन शनिवार को पता चला। 41वें मजदूर के रूप में बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी दीपक कुमार पुत्र शत्रुघ्न पटेल की पहचान हुई है। दीपक को मिलाकर टनल में फंसे बिहार के मजदूरों की संख्या अब पांच हो गई है।

सात दिनों से सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के परिजनों ने शनिवार को टनल के पास जमकर हंगामा काटा। प्रशासनिक अधिकारियों ने किसी तरह से उनको शांति कराया।

मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही बाधाओं से निपटने के लिए हर आवश्यक कदम उठाने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।शनिवार को शासकीय आवास पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ सिलक्यारा (उत्तरकाशी) में टनल में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि टनल में फंसे सभी श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस दिशा में तेजी से कार्य किए जा रहे हैं।

रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए रेल विकास निगम लिमिटेड की ऑस्ट्रेलिया की कंसल्टेंसी कंपनी के विशेषज्ञ उत्तरकाशी पहुंच चुके हैं। वहीं इंदौर से एयरलिफ्ट कर मंगवाई गई मशीन देर रात जौलीग्रांट एयरपोर्ट से चली। मशीन के पार्ट्स कंडीसौड़ पहुंच गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से लगातार बचाव अभियान का अपडेट लिया जा रहा है। ग्राउंड जीरो पर कार्य कर रहीं एजेंसियों को प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहयोग दिया जा रहा है।समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली, विनय शंकर पांडे, अपर पुलिस महानिदेशक ला एंड ऑर्डर अंशुमन, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी व मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी उपस्थित थे।

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