महाराष्ट्र में हंगामे के साथ हुई बजट सत्र की शुरुआत, राज्यपाल ने अभिभाषण बीच में छोड़ा
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मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल के गुरुवार से शुरू हुए बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी सदस्यों की नारेबाजी से नाराज होकर अभिभाषण बीच में ही छोड़कर चले गए। राज्यपाल ने अभिभाषण के बाद होने वाले राष्ट्रगान का भी इंतजार नहीं किया। इससे नाराज महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के विधायकों ने राज्यपाल के विरुद्ध विधानभवन परिसर में प्रदर्शन किया और राज्यपाल के इस्तीफे की मांग की।
विधानमंडल के दोनों सदनों- विधान सभा एवं विधान परिषद के संयुक्त अधिवेशन में राज्यपाल कोश्यारी अभिभाषण पढ़ रहे थे। इसी बीच विपक्षी सदस्यों ने मंत्री नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। इसके जवाब में सत्तापक्ष के सदस्य भी नारेबाजी करने लगे। इससे सदन में जोरदार हंगामे की स्थिति बन गई। राज्यपाल कोश्यारी अभिभाषण पूरा किए बिना सदन से निकल गए। इसके बाद सत्तापक्ष के सदस्यों ने विधानभवन परिसर में राज्यपाल के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिया।
मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि यह महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार हुआ है। मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों को राज्यपाल के अभिभाषण के बीच नारेबाजी नहीं करनी चाहिए थी। राज्यपाल के जाने के बाद राष्ट्रगान पूरा किया गया। वहीं, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के समय विपक्षी सदस्यों की भावनाएं तीव्र थीं, इसी वजह से नारेबाजी कर रहे थे, लेकिन सत्तापक्ष के सदस्यों ने राज्यपाल को राष्ट्रगान तक करने नहीं दिया। फडणवीस ने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष के सदस्यों ने राज्यपाल का अपमान करने की भूमिका पहले से तय कर रखी थी, इसलिए इस संदर्भ में सरकार से कोई अपेक्षा नहीं की जा सकती है।