असम-मिज़ोरम सीमा विवाद पर केंद्रीय गृहसचिव ने की बैठक, जानिएं क्या है विवाद का कारण

असम-मिज़ोरम सीमा विवाद पर केंद्रीय गृहसचिव ने की बैठक, जानिएं क्या है विवाद का कारण
X

शिलांग। असम-मिजोरम सीमा विवाद के मामले में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने बुधवार को दोनों राज्यों के शीर्ष अधिकारियों को तलब कर अलग-अलग कई दौर की बैठकें कीं। भल्ला ने मिजोरम के मुख्य सचिव लालनुनमाविया चुआंगो और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसबीके सिंह के साथ चर्चा की। केंद्रीय गृह सचिव ने नार्थ ब्लॉक स्थित कार्यालय में मिजोरम के डीजीपी एसबीके सिंह और असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत के साथ भी अलग से बैठक कर दोनों राज्यों की सीमा पर तनाव कम करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए।

दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद को लेकर वर्ष 1995 से कई दौर की वार्ता हो चुकी है, किंतु अब तक कोई समाधान नहीं निकल सका। गत सोमवार को दोनों राज्यों की सीमा पर विवाद को लेकर हिंसा भड़क गई। इसमें असम पुलिस के 6 जवानों की जान चली गई। इसके तुरंत बाद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर तत्काल हिंसा पर नियंत्रण के लिए कहा। विवादित क्षेत्र में इस समय केन्द्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है।

ये है विवाद का कारण -

उल्लेखनीय है कि मिजोरम के तीन जिले कोलासिब, ममित और आइजोल तथा असम का करीमगंज, कछार और हेलाकांडी एक दूसरे से सटे हुए हैं। स्पष्ट सीमांकन न होने से अपने-अपने क्षेत्र को लेकर कई बार विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है। इस बार विवाद ने हिंसक रूप धारण कर लिया जिसके बाद दोनों ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप करने की मांग की। शाह ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मामले को शांतिपूर्ण ढ़ंग से सुलझाने की सलाह दी है। सीमावर्ती राज्य में इस तरह के विवाद को देखते हुए गृह मंत्रालय विशेष तौर पर सक्रिय हो गया है।

Tags

Next Story