असम में कांग्रेस को झटका, तीन नेता हुए भाजपा में शामिल
गुवाहाटी। असम प्रदेश कांग्रेस पार्टी को मंगलवार को बड़ा राजनीतिक धक्का लगा है। कांग्रेस के तीन बड़े और प्रभावशाली नेता भाजपा में शामिल हो गये हैं। भाजपा के नीति, आदर्श तथा राष्ट्रप्रेम से प्रभावित होकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व मंत्री अजंता नेउग, युवा नेता व पूर्व विधायक राजदीप ग्वाला और बोड़ोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के नेता तथा गौरीपुर के पूर्व विधायक बोलिन मुसाहारी मंगलवार को औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए।
हेंगराबारी स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने तीनों नेताओं का भाजपा में शामिल होने पर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने अंत्योदय का जो दर्शन समाज में स्थापित किया था, उसे पार्टी में शामिल होने वाले सभी नेता और आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएंगे। इस मौके पर भाजपा के प्रभावशाली नेता और सरकार में वित्त, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि मामलों के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा और प्रदेश सांगठनिक सचिव फणींद्र नाथ शर्मा भी मौजूद थे।
खुले मन से भाजपा में शामिल-
भाजपा में शामिल होने के बाद अजंता नेउग ने कहा कि आज उन्होंने एक नए रास्ते पर चलना आरंभ किया है। उन्होंने कहा कि वे राजनीति में लंबे समय से हैं और एक विपरीत परिस्थिति के कारण राजनीति में आई थीं। मंत्री पद पर रहते हुए या कांग्रेस में रहने के दौरान बिना किसी स्वार्थ के उन्होंने पूरी निष्ठा के साथ अपने कार्यों को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि बिना किसी पूर्व शर्त के खुले मन से आज मैं भाजपा में शामिल हुई हूं। आज एक नए घर मैं मैंने प्रवेश किया है। ऐसे में घर के अंदर आने पर घर के सभी सदस्यों के सम्मान के साथ एक बेहतर परिवेश में हम सभी रहेंगे। उन्होंने कहा कि जैसे एक नई दुल्हन एक नए घर में जाती है और उसे जो अनुभव होता है, वैसा ही अनुभव आज उन्हें भी हो रहा है।
अजंता नेउग ने कहा कि भाजपा के नेता अजंता के लिए अभिभावक हैं, इसलिए अभिभावकों को मुझे रास्ता दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास भविष्य का दर्शन है। जो हमें बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दर्शन नहीं होने पर एक दल कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है।कांग्रेस को छोड़ने के कारणों की एक व्याख्या करते हुए अजंता ने कहा मैं जिस दल में थी उसमें लोगों के बीच में दुराव काफी बढ़ गया था। मुझे काफी आघात लगा था। पिछले 20 वर्षों से जिस पार्टी में थी, वहां पर मुझे जो सम्मान मिलना चाहिए था, वह नहीं मिला। इसीलिए मैंने कांग्रेस को छोड़ भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने की मेरी कोई पूर्व योजना नहीं थी।
भाजपा के प्रति आस्था -
इस मौके पर डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने कहा कि भाजपा के प्रति आस्था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के सबल नेतृत्व के प्रति आकर्षित होकर भाजपा में आज शामिल होने वाले सभी नेता भाजपा को सांगठनिक दृष्टि से काफी मजबूती प्रदान करेंगे। उन्होंने संघवाद होकर काम करते हुए पार्टी के आदर्श को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होने वाले इन वरिष्ठ नेताओं के प्रयासों से भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में 100 प्लस के लक्ष्य को पाने में सफल होगी।भाजपा में शामिल हुए एक अन्य पूर्व विधायक व युवा कांग्रेसी नेता राजदीप ग्वाला ने कहा कि भाजपा में शामिल होने का जो मुझे अवसर मिला है इसके लिए मैं पार्टी के सभी पदाधिकारियों का दिल से आभार व्यक्त करते हुए पार्टी को और मजबूत और शक्तिशाली बनाने के लिए अपना पूरा प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि अन्य पार्टियों की तुलना में भाजपा में जन सेवा करने का दायरा बेहद बड़ा है।