कोरोना संकट : लॉकडाउन के बीच पूर्व सीएम के बेटे की हुई शादी, सोशल डिस्टेंसिंग की हुई अनदेखी
बेंगलुरु। कोरोना वायरस की वजह से देश में जारी लॉकडाउन के बीच कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते निखिल कुमारस्वामी ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री एम कृष्णप्पा की पोती रेवती से शादी की। हालांकि, कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से मेहमानों की संख्या कम रही और लोगों के देखने के लिए मंडप के पास बड़ी टीवी स्क्रीन्स लगाई गई थीं।
बताया जा रहा है कि कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से करीब 30 किलोमीटर दूर रामनगर स्थित फॉर्महाउस में यह शादी समारोह आयोजित हुआ। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक वीडियो जारी किया है, जिसे वहां मौजूद किसे गेस्ट ने रिकॉर्ड किया, उसमें मंडप के पास लगी टीवी स्क्रीन पर देखा जा सकता है कि किसी के चेहरे पर मास्क नहीं है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याला रखा गया है। इसके अलावा, शादी की तस्वीरों में भी देखा जा सकता है कि मास्क पहनने और एक निश्चित दूरी बनाकर रखने के नियमों का भी ख्याल नहीं रखा गया है।
वहीं, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री अश्वथ नारायण ने कहा कि मैंने रामनगर के डिप्टी कमिश्नर से रिपोर्ट मंगाई है। अगर हमें कार्रवाई करने की आवश्यकता होगी तो मैं पुलिस अधीक्षक से बात करूंगा, अन्यथा यह सिस्टम का पूरा मजाक होगा। इससे पहले उन्होंने कहा था कि अगर पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी अपने बेटे निखिल की शादी के दौरान दिशानिर्देशों का पालन नहीं करते पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ बिना सोचे कार्रवाई की जाएगी।
Karnataka: Nikhil Kumarswamy, son of former Karnataka CM HD Kumaraswamy, tied the knot with Revathi, the grand-niece of former Congress Minister for Housing M Krishnappa, today in Bengaluru. pic.twitter.com/HrLpGD5s9p
— ANI (@ANI) April 17, 2020
उन्होंने कहा कि कुमारस्वामी ने एक सार्वजनिक बयान दिया है कि दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा। वह एक जन प्रतिनिधि हैं। वह लंबे समय से सार्वजनिक जीवन में हैं। उन्हें दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए। चूंकि वे लंबे समय से जिम्मेदार पद पर रहे हैं, वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी रह चुके हैं, वह रामनगर से एक विधायक भी हैं, इसलिए कोविड-19 को लेकर नियमों के अनुसार उनके बेटे की शादी में दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। शादी के बाद कोई बहाना नहीं होना चाहिए, वह यह नहीं कह सकते कि लोग बिना निमंत्रण के आए।