52 वर्षीय भूषण ठाकुर को छोड़कर पूरा गांव हो गया कोरोना संक्रमित, जानें कैसे बचा यह व्यक्ति
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी के थोरांग गांव में 52 वर्षीय भूषण ठाकुर को छोड़कर बाकी सभी लोग कोरोना संक्रमित हो गए हैं।आबादी और संक्रमित केस के अनुपात के मामले में लाहौल स्फीति घाटी प्रदेश में सबसे अधिक प्रभावित जिला है। कोरोना केसों में तेजी से वृद्धि की वजह से प्रशासन को पर्यटकों की आवाजाही को भी रोहतांक टनल के उत्तर तक ही सीमित करना पड़ा है।
अंग्रेजी अखबार की एक खबर के मुताबिक, मनाली-लेह हाईवे पर स्थित थोरांग गांव में अभी महज 42 निवासी हैं, क्योंकि अधिकतर लोग सर्दियों की वजह से कुल्लू जा चुके हैं। गांव में बचे लोगों ने पिछले दिनों कोरोना जांच कराई तो पता चला कि 42 में से 41 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं।
परिवार में पांच लोगों के संक्रमित हो जाने के बावजूद वायरस की चपेट में आने से बच गए भूषण ने कहा, ''मैं एक अलग रूम में रह रहा हूं और पिछले चार दिनों से अपना खाना खुद पका रहा हूं। टेस्ट परिणाम सामने आने तक मैं परिवार के साथ ही था। हालांकि, मैं सभी प्रोटोकॉल्स का सख्ती से पालन कर रहा था, जैसे हाथ धोना, फेस मास्क पहनना और सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंशिंग बनाए रखना। लोगों को इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि सर्दी आ गई है। लोगों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए।
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ दिन पहले एक धार्मिक कार्यक्रम में सभी गांव वाले एकत्रित हुए थे। गांव में कम्युनिटी ट्रांसमिशन के पीछे यही वजह बताई जा रही है। आसपास के गांवों में भी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हैं।
लाहौल-स्फीति के मेडिकल ऑफिसर डॉ. पालजोर ने कहा कि उनकी टीम लोगों से आगे आकर टेस्ट करवाने को कह रही है। जिले में अब तक 856 लोग संक्रमित पाए गए हैं। स्फीति के गांवों में बड़ी संख्या में लोगों का संक्रमित होना भी चिंता का विषय है। स्फीति के रांगरिक गांव में 28 अक्टूब को 39 लोग संक्रमित पाए गए ते तो छोटे से हरलिंग गांव में भी 19 लोग संक्रमित मिले थे।