अब ओडिशा के बाद पंजाब में भी 30 अप्रैल तक बढ़ाया गया लॉकडाउन
चंडीगढ़। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) को फैलने से रोकने के लिए पंजाब में भी लॉकडाउन और कर्फ्यू की अवधि बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दी गई है। राज्य के स्पेशल चीफ सेक्रेटरी के.बी.एस. सिधु ने शुक्रवार (10 अप्रैल) को यह जानकारी दी। इसके साथ ही ओडिशा के बाद पंजाब ऐसा दूसरा राज्य बन गया है, जहां लॉकडाउन को बढ़ाकर 30 अप्रैल तक कर दिया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पहले ही राज्य में लॉकडाउन बढ़ाने का संकेत देते हुए कहा था कि उनकी सरकार इसे बढ़ाने पर गंभीरता से विचार कर रही है क्योंकि पाबंदियां हटाने के लिए यह उपयुक्त समय नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ केंद्र की ओर से राज्यों के लिए तय 15 हजार करोड़ रुपए का पैकेज नाकाफी है और ऐसे में मोदी सरकार को प्रदेश सरकारों को पर्याप्त वित्तीय मदद देनी चाहिए।
पंजाब में शुक्रवार (10 अप्रैल) सुबह कोरोना का दो नए मामले सामने आने के साथ राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 132 हो गई है। इस बीमारी से राज्य में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बताया कि 15 अप्रैल से किसानों को फसलों की कटाई के लिए लॉकडाउन में ढील दी जाएगी और इसमें सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा। सिंह ने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा, ''हमने पहले लॉकडाउन किया और बाद में कर्फ्यू लगाया। फिर लोगों तक जरूरी वस्तुओं को पहुंचाने की व्यवस्था की। हमारे लोग हर मोहल्ले में पहुंचकर जरूरी वस्तुएं मुहैया करा रहे हैं।''
केंद्र सरकार की ओर दिए जा रहे पैकेज के बारे में पूछे जाने पर अमरिंदर ने कहा, ''15 हजार करोड़ रुपए पर्याप्त नहीं है। हमारे देश की 1.30 अरब की आबादी में यह कुछ नहीं है।'' उन्होंने कहा, ''राज्यों की स्थिति ऐसी स्थिति नहीं है वे अकेले लड़ सकें। केंद्र को उनकी पूरी मदद करनी चाहिए।''
सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान एक बात अच्छी हुई कि इस दौरान नशीली दवाओं की आपूर्ति ठप हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि तबलीगी जमात से जुड़े 651 लोग पंजाब आए थे, जिनमें से 636 का पता लगा लिया गया है। इनमें से 27 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।