नागालैंड में समान नागरिक संहिता का उठा विरोध, विधायकों के आवास जलाने की मिली धमकी
कोहिमा। एक स्वयंभू संगठन ने नगालैंड विधानसभा में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पारित होने पर राज्य के 60 विधायकों के सरकारी आवासों को जलाने की धमकी दी है। सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। पुलिस ने धमकियां देने के आरोप में डिमापुर में संबंधित संगठन के शीर्ष पांच पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है।
डिमापुर में नगालैंड पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि उन्हें डिमापुर पूर्व पुलिस स्टेशन में दर्ज एक मामले के आधार पर पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि 30 जून को 'नगालैंड ट्रांसपेरेंसी, पब्लिक राइट्स एडवोकेसी एंड डायरेक्ट एक्शन ऑर्गनाइजेशन' (एनटीपीआरएडीओ) नाम के एक 'अपंजीकृत' संगठन ने धमकियों भरा एक संदेश जारी किया था। इस संदेश में कहा गया कि अगर 14वीं नगालैंड विधानसभा समान नागरिक संहिता के समर्थन में बिल पास करती है तो राज्य के 60 विधायकों पर संकट आ जाएगा। उनके सरकारी आवासों में आग लगा दी जाएगी।
दरअसल, संगठन ने धमकी भरा यह संदेश लगभग सभी विधायकों को भेजा गया था। इसके बाद राज्य के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में पुलिस ने धमकी, विधायकों के खिलाफ अपराधिक साजिश रचने, सरकारी संपत्ति को नष्ट करने और शांति भंग करने की धमकी देने से संबंधित कई मामले दर्ज किए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने संगठन से जुड़े लोगों की पहचान करने के लिए तलाश शुरू कर दी। एक जांच अभियान के बाद डिमापुर पुलिस ने संबंधित आरोपों में संगठन के अध्यक्ष माइकल टुंगो, महासचिव (सार्वजनिक नीति) इकाटो झिमोमी, महासचिव अल्बर्ट किरे, मुख्य सलाहकार हैथुंग टी लोथा और राज्य कार्यकारी सदस्य टेमज़ेन मार एओ सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया।