बेंगलुरु में हिंसक हुए एक समुदाय के लोग, पुलिस की गोलीबारी में दो की मौत
बेंगलुरू। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में मंगलवार की देर शाम 9:00 बजे के बाद अचानक हिंसा भड़क गई। सोशल मीडिया पर एक कथित आपत्तिजनक पोस्ट का हवाला देकर जुटी एक समुदाय की भीड़ ने अचानक केजी हल्ली और डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन हमला बोल दिया। वहां खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया और थाने पर पथराव शुरू कर दिया। बचाव में पुलिस को गोली चलानी पड़ी। समाचार लिखे जाने तक दो दंगाइयों के मारे जाने की पुष्ट खबर है। विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया पर एक समुदाय के विरोध में आई किसी आपत्तिजनक पोस्ट पर शिकायत दर्ज कराने 2 हजार से अधिक लोग पुलिस थाने पहुंचे थे। जन्माष्टमी का त्योहार होने की वजह से थाने के अधिकांश सिपाही और अधिकारी मंदिरों के आसपास तैनात थे। फिर भी बिना पूर्व सूचना के बड़ी भीड़ पहुंचने की सूचना मिलने पर इलाके के आला अधिकारी धाने पहुंचने लगे। इस बीच यह प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया। पुलिस थाने के निकट खड़ी डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डीसीपी) की गाड़ी को भीड़ ने आग के हवाले कर दिया। इसके बाद हिंसा और तेज हो गई।
ताजा समाचार मिलने तक पुलिस थाने के आसपास समुदाय विशेष के मोहल्लों में गोलियां चलने की आवाजें आ रहीं थी। वहीं स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। आसपास के थानों से पुलिस बुला ली गई है। इन दोनों थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू घोषित कर दिया गया है।
बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर कमल पंत ने कुछ देर पहले कहा कि स्थिति काबू में है और इन दो क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने कहा है कि पुलिस फायरिंग में कुछ दंगाइयों के घायल होने की भी खबर है लेकिन सुबह तक अधिकारिक पुष्टि की जाएगी।
इस बीच पुलिस से भिड़े समुदाय के लोगों द्वार दूसरे समुदाय की कुछ दुकानों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को भी आग के हवाले किए जाने की भी खबर है। हांलाकि पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है। पर प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि थाने के आस पास की कुछ दुकानों को क्षति पहुंची है।