कर्नाटक विधान परिषद उपाध्यक्ष धर्मगौड़ा की मौत की उच्च स्तरीय जांच हो : ओम बिरला
नईदिल्ली/बेंगलुरु। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कर्नाटक विधान परिषद उपाध्यक्ष एसएल धर्मगौड़ा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मृत्यु की उच्च स्तरीय जांच आवश्यक है।बिरला ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, " कर्नाटक विधान परिषद उपाध्यक्ष एसएल धर्मगौड़ा के निधन की दुखद खबर से व्यथित हूं। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। पीठासीन अधिकारी के रूप में उनके साथ सदन में हुआ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम लोकतंत्र की गरिमा पर कठोर आघात है। उनकी मृत्यु की उच्च स्तरीय-निष्पक्ष जांच आवश्यक है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, "संवैधानिक संस्थाओं की प्रतिष्ठा और पीठासीन अधिकारियों की गरिमा व स्वतंत्रता को अक्षुण्ण बनाए रखना हम सबका दायित्व है।"
कर्नाटक विधानपरिषद उपाध्यक्ष श्री एसएल धर्मगौड़ा के निधन की दुखद खबर से व्यथित हूं। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।
— Om Birla (@ombirlakota) December 30, 2020
पीठासीन अधिकारी के रूप में उनके साथ सदन में हुआ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम लोकतंत्र की गरिमा पर कठोर आघात है। उनकी मृत्यु की उच्च स्तरीय-निष्पक्ष जांच आवश्यक है।
उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में राज्य विधान परिषद के उपाध्यक्ष और जनता दल-सेक्यूलर (जेडीएस) के नेता एसएल धर्मगौड़ा का शव गत मंगलवार को कदूर के रेलवे ट्रैक के पास मिला। उनकी मौत को आत्महत्या बताया जा रहा है। उनके शव के पास एक पत्र भी मिला है। कथित तौर पर उन्होंने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या की। धर्मगौड़ा हाल ही में तब सुर्खियों में आए थे, जब उन्हें विधान परिषद के सत्र के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने जबरन कुर्सी से हटा दिया था। कांग्रेस गोरक्षा कानून का विरोध कर रही थी और इसके मतदान के लिए उसने अपने सदस्यों को व्हिप जारी किया था। बैठक जब शुरू हुई तो कांग्रेस सदस्य भड़क गए और धर्मगौड़ा को जबरन कुर्सी से उतार दिया था।