जल संरक्षण मंत्री सावंत ने कहा - केकड़ों की वजह से बांध टूटा, मरने वालों की संख्या 19 हुई
मुंबई। महाराष्ट्र के जल संरक्षण मंत्री तानाजी सावंत ने कहा है कि केकड़ों की वजह से रत्नागिरी जिले में तिवरे बांध टूटा है। रत्नागिरी जिले में तिवरे बांध के टूटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है और 3 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। खराब मौसम के कारण सर्च ऑपरेशन पहले रोक दिया गया था अब फिर से शुरू हो गया है।
मंत्री बने सावंत ने आगे कहा कि सरकारी जांच पूरी होने के बाद मामला दर्ज किया जाएगा। तिवरे गांव के बहुत से लोगों खासकर बुजुर्गों ने बताया कि बांध की दीवार में क्रैक आने से पहले उसकी दीवार के पास बड़ी संख्या में केकड़े देखे गए थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनकी राय नहीं बल्कि गांव के लोगों ने उन्हें बताया है। सावंत ने बताया कि गांववालों ने मुझे कहा कि केकड़ों ने बांध के अंदर सुराख कर दिया था। यह कोंकण इलाके में आम समस्या है। जब मरम्मत का काम हुआ था, उस समय कई जगहों पर मिट्टी डाली गई थी लेकिन बांध की दीवारों में बने सुराख को बंद नहीं किया गया था। स्थानीय लोगों ने मुझे यह बताया और मैं उनकी राय को यहां बता रहा हूं।
विधायक सदानंद चव्हाण ने स्वीकार किया कि खेमराज कंपनी ने यह बांध बनाया था जिसके मालिक उनके भाई हैं। बांध का निर्माण कार्य वर्ष 2004 में पूरा हो गया था और इसे सरकार को सौंप दिया गया था। विपक्षी दलों ने विधायक सदानंद चव्हाण से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगा जा रहा है। चव्हाण ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने ग्रामीणों की लीकेज की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।