500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद कल रामलला का दर्शन करेगा सूर्यवंशी समाज: दिव्य भव्य मंदिर बनने के बाद प्रथम बार दरबार में हाजिरी लगाएंगे राम के वंशज...

अतुल मोहन सिंह, लखनऊ/अयोध्या। इस बार अयोध्या में प्रभु श्री राम के वंशजों (सूर्यवंशियों) की होली अत्यंत विशेष होने वाला है। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को सूर्यवंशी समाज अपने पूर्वज श्री राम लला का विशेष दर्शन-पूजन करेगा। 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद अयोध्या की 84 कोसीय चौहद्दी में फैला सूर्यवंशी समाज रविवार को अपने पूर्वज प्रभु राम के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहा है। इसके लिए सूर्यवंशी क्षत्रिय कल्याण समिति के आग्रह पर जिलाधिकारी ने इस विशेष दर्शन-पूजन की अनुमति दे दी है। ज्ञात हो कि मंदिर निर्माण के संकल्प के लिए इसी सूर्यवंशी समाज ने 500 वर्षों तक पगड़ी और पादुका का त्याग किया था।
मंदिर निर्माण का संकल्प पूर्ण होने की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां गुजर गईं : सूर्यवंशी क्षत्रिय कल्याण समिति के अध्यक्ष गुरु प्रसाद सिंह ने 'स्वदेश' को बताया कि अयोध्या एवं बस्ती के 84 कोस की चौहद्दी में फैला यह सूर्यवंशी समाज प्रभु श्रीराम को अपना पूर्वज मानता है। दिव्य एवं भव्य राम मंदिर निर्माण के संकल्प की सिद्धि के लिए इसी सूर्यवंशी समाज ने 500 वर्षों तक अपने सिर पर पगड़ी और पैर में पादुका धारण नहीं किया। इस संकल्प के पूर्ण होने की प्रतीक्षा में हमारी कई पीढ़ियां गुजर गईं। वैवाहिक और मांगलिक अनुष्ठान भी बिन पगड़ी और पादुका के बीत गए, पर किसी भी सूर्यवंशी ने संकल्प नहीं छोड़ा। आखिरकार उस संकल्प की सिद्धि हुई और अयोध्या में हमारे पूर्वज का भव्य राममंदिर बनकर तैयार हुआ। अभी तक देश-दुनिया के करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे थे। इसलिए सूर्यवंशी समाज ने दर्शन नहीं किए। अब समाज के लोगों ने तय किया है कि फाल्गुन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी (रविवार) को सामूहिक दर्शन-पूजन किया जाएगा।
चौदह कोसी चौहद्दी में फैला है सूर्यवंशी समाज : सूर्यवंशी क्षत्रिय कल्याण समिति के महामंत्री अखंड प्रताप सिंह ने 'स्वदेश' को बताया कि प्रभु श्रीराम को अपना पूर्वज मानने वाला सूर्यवंशी समाज अयोध्या एवं बस्ती जिले के चौदह कोसी चौहद्दी में फैला हुआ है। मंदिर बनने के बावजूद हम लोग अभी तक दर्शन करने नहीं गए, क्योंकि हम अन्य श्रद्धालुओं को पहले अवसर देना चाहते थे। अब श्रद्धालुओं का ज्वार कुछ कम हुआ है तो यह बहुप्रतीक्षित अनुष्ठान निर्धारित किया गया है। सूर्यवंशी समाज से जुड़े हजारों श्रद्धालु रविवार को एकत्र होकर लता मंगेशकर चौक, नया घाट से पैदल यात्रा करते हुए श्री राम जन्मभूमि मंदिर पहुंचेंगे। मंदिर में प्रभु श्रीराम का दर्शन-पूजन करेंगे। यह अनुष्ठान सुबह 10:30 बजे से से होना है। जिला प्रशासन से अनुरोध किया गया कि इस कार्यक्रम को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
भक्त और भगवान का मिलन नहीं है, बल्कि पीढ़ियों की प्रतीक्षा का एकाकार : भाजपा नेत्री और समिति की पदाधिकारी लक्ष्मी सिंह ने 'स्वदेश' को बताया कि अयोध्या के डीएम को एक पत्र सौंपा गया था, जिस पर उन्होंने सूर्यवंशी समाज के सामूहिक दर्शन-पूजन कार्यक्रम को अनुमति भी प्रदान कर दी है। उन्होंने बताया कि राम हमारे पूर्वज हैं और हम उनके वंशज, लंबी प्रतीक्षा के बाद यह शुभ अवसर आया है। यह भक्त और भगवान का मिलन नहीं है, बल्कि पीढ़ियों की प्रतीक्षा का एकाकार है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास से भी इस कार्यक्रम में सहयोग का आग्रह किया गया था, जिसे ट्रस्ट ने स्वीकार कर लिया है। इसी कड़ी में अब रविवार को भगवान श्रीराम का सामूहिक दर्शन-पूजन कार्यक्रम होगा।