संसद में अखिलेश को आजमगढ़ की नहीं आजम खान की होती है चिंता: दिनेश लाल यादव 'निरहुआ'

संसद में अखिलेश को आजमगढ़ की नहीं आजम खान की होती है चिंता: दिनेश लाल यादव निरहुआ
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निरहुआ ने कहा कि अखिलेश यादव के पास सीएम और पीएम के विरोध के अलावा कोई मुद्दा नहीं है।

आजमगढ़। बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी में शामिल होने के बाद रविवार को पहली बार आजमगढ़ आए भाजपा नेता व फिल्म स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा मुखिया पूर्व सीएम अखिलेश यादव पह जमकर हमला बोला। आरोप लगाया कि आजमगढ़ के लोगों ने उन्हें सांसद चुना लेकिन उन्हें संसद में आजमगढ़ की नहीं बल्कि आजम खान की चिंता होती है। नसीहत दी कि अखिलेश यादव देश और प्रदेश की जगह आजमगढ़ की चिंता करें। यहां के लोगों ने उन्हें सांसद चुना है यहां के प्रति उनकी जवाबदेही है। पहले यहां के लोगों को जवाब दें।

अखिलेश के पास कोई मुद्दा नहीं

शहर के करतारपुर में मीडिया से बात करते हुए निरहुआ ने कहा कि अखिलेश यादव के पास सीएम और पीएम के विरोध के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। जब कोरोना काल में पीएम ने दीपक जलवाए और थाली बजवाई तो अखिलेश ने विरोध करते हुए कहा कि दुनिया वैक्सीन बना रही है तो हमारे देश के प्रधानमंत्री ताली और थाली बजवा रहे हैं। आज जब सरकार ने दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वैक्सीन बना दी तो अखिलेश यादव उसका भी विरोध कर रहे हैं।

आजमगढ़ की चिंता नहीं करते अखिलेश

निरहुआ ने कहा कि अखिलेश यादव को आजमगढ़ के लोगों ने सांसद चुना है। उन्हें देश व प्रदेश के बजाया आजमगढ़ की चिंता करनी चाहिए लेकिन अखिलेश जी जब संसद जाते हैं तो उन्हें आजमगढ़ की नहीं बल्कि आजम खान की चिंता होती है। इसलिए वे सिर्फ सदन में आजम खान पर बोलते हैं। सपा द्वारा अखिलेश यादव की योजनाओं को बीजेपी द्वारा अपना बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सीएम योगी का काम दुनिया देख रही है। अब योगी जी से पहले अखिलेश सीएम थे तो उन्हें दुख होगा ही। योगी सरकार की कानून व्यवस्था की देन है कि आज कारोबारी दूसरे राज्यों के स्थान पर यूपी में उद्योग लगाने को प्राथमिकता दे रहे है। केवल फिल्म सिटी से करोड़ांे का कारोबार बढ़ा है। लोगों को रोजगार मिल रहा है।

पाकिस्तान में तो नहीं होगी हिन्दू की बात

उन्होंने कहा कि योगी जी का लक्ष्य है माफिया मुक्त यूपी। उन्होंने साफ कहा है या तो सुधर जाओ अथवा जेल जाओ, नहीं तो सीधे ऊपर। अखिलेश यादव के मंदिर में पूजा पर चुटकी लेते हुए कहा कि अखिलेश यादव अब सही रास्ते पर आ गए हैं। कल तक जब हिंदू होने के बाद भी वे मंदिर का विरोध करते थे तो दुख होता था। पश्चिम बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी के हिंदू कार्ड व राम के विरोध पर कहा कि ममता दीदी को पता होना चाहिए कि वे जिस देश में रहती है उसके नाम की शुरूआत ही हिंदू शब्द से होती है। यहां हिन्दू की बात नहीं होगी तो क्या पाकिस्तान में होगी जहां आज हिंदुओं की आबादी एक प्रतिशत से भी कम हो गयी है।

सबको संतुष्ट नहीं कर सकते

सत्ता पक्ष के लोगों द्वारा सरकार के विरोध के सवाल पर कहा कि सबको संतुष्ट नहीं किया जा सकता है। जब सही कार्रवाई होगी तो जो लोग उसके दायरे में आएंगे नाराज होंगे। चाहे वे अपने हो या पराए। अखिलेश की तरह आजमगढ़ से गायब होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं कभी आजमगढ़ से दूर नहीं था। 23 मार्च से लगातार 40 दिन तक उन्हें आजमगढ़ में शूटिंग करनी थी लेकिन 22 को ही लाकडाउन लग गया। इसके बाद प्रतिबंधों के चलते वे आजमगढ़ से दूर रहे लेकिन अब वे फिर लगातार जिले में नजर आयेगे। इसके पूर्व आजमगढ़ पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने जगह जगह निरहुआ का जोरदार स्वागत किया। देर शाम उन्होंने सगड़ी तहसील क्षेत्र के देवारा जदीद नेता नगरी बाजार में नवनिर्मित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारक का लोकार्पण किया।

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