UP News: रामायण मेले के उद्घाटन में सीएम योगी बोले - जो 500 साल पहले अयोध्या में हुआ वही संभल में हुआ...
रामायण मेले के उद्घाटन में सीएम योगी बोले - जो 500 साल पहले अयोध्या में हुआ वही संभल में हुआ...
उत्तरप्रदेश। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, जो 500 साल पहले अयोध्या में हुआ वही संभल में हुआ था। गुरुवार को मुख्यमंत्री राम कथा पार्क में रामायण मेले का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहीं उन्होंने संभल को अयोध्या से जोड़ते हुए बड़ा बयान दिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, "याद कीजिए 500 साल पहले अयोध्या कुंभ में बाबर के आदमी ने क्या किया था। संभल में भी यही हुआ था, और बांग्लादेश में भी यही हो रहा है। तीनों की प्रकृति और उनका डीएनए एक ही है। अगर कोई मानता है कि बांग्लादेश में ऐसा हो रहा है, तो वही तत्व यहां भी आपको सौंपने के लिए इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने सामाजिक एकता को तोड़ने का पूरा इंतजाम कर रखा है। ये बातें करने वाले कुछ लोग ऐसे हैं जिनकी विदेशों में संपत्ति है। अगर यहां कोई संकट आया तो वो भाग जाएंगे और दूसरों को यहां मरने के लिए छोड़ देंगे।"
"अयोध्या एक बार फिर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से वैश्विक नगरी के रूप में नई पहचान के साथ आगे बढ़ रही है... याद कीजिए कैसे इसी साल जनवरी में पीएम नरेंद्र मोदी के प्रयासों से पांच सौ साल बाद भगवान राम फिर से मंदिर में विराजमान हुए हैं... जो भगवान राम और माता जानकी का सम्मान नहीं करता, चाहे वे कितने भी प्रिय क्यों न हों, उन्हें दुश्मन की तरह त्याग देना चाहिए। इसीलिए राम भक्तों ने 1990 में नारा दिया था, 'जो राम का नहीं हमारे किसी काम का नहीं।"
"राजनीति में डॉ. राम मनोहर लोहिया आदर्शों के प्रतीक माने जाते हैं... आज की राजनीति में सच्चा समाजवादी संपत्ति और संतान के मोह से मुक्त होता है लेकिन, आज के समाजवादी परिवारवादी हो गए हैं। अपराधियों और गुंडों के संरक्षण के बिना उनकी हालत पानी के बिना तड़पती मछली जैसी हो जाती है... वे लोहिया के नाम पर राजनीति तो करते हैं लेकिन उनके एक भी आदर्श को अपना नहीं पाते।"
संभल के हरिहर मंदिर होने का दावा :
बता दें कि, संभल की जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने का दावा किया जा रहा है। इसके लिए बीते दिनों सुनवाई के बाद निचली अदालत ने एएसआई सर्वे के आदेश दिए थे। सर्वे की टीम जब जामा मस्जिद पहुंची तो पथराव और गोलीबारी हो गई। इस हिंसा के चलते 5 लोगों की मौत हुई जबकि कई अन्य पुलिस वाले घायल हुए थे। इस मामले की जांच के लिए सरकार ने न्यायिक आयोग का गठन किया। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले पर रोक लगाते हुए मुस्लिम पक्ष को हाई कोर्ट में अपील करने के लिए कहा है।