काम की खबर: स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रम में न आएं, ओटीपी से सत्यापन कराएं, भ्रमित होने की जरूरत नहीं, सतर्कता ही बचाव और सुरक्षा…

स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रम में न आएं, ओटीपी से सत्यापन कराएं, भ्रमित होने की जरूरत नहीं, सतर्कता ही बचाव और सुरक्षा…
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वन टाइम पासवर्ड से सत्यापन कराएं, स्मार्ट मीटर बिल्कुल मुफ्त है, बरेली मंडल के 21 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के यहां लगने हैं स्मार्ट मीटर। अब तक 33 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के यहां लगाए गए स्मार्ट मीटर…

बरेली। अपने घरों में स्मार्ट मीटर लगवाने का इंतजार कर रहे उपभोक्ताओं के लिए यह काम की खबर है। स्मार्ट मीटर लगवाने से पहले उपभोक्ताओं को सत्यापन करवाना अनिवार्य है। यह सत्यापन 6 अंकों वाले हैप्पी कोड से ही होगा।

इसके लिए बिजली विभाग की ओर से अधिकृत प्रतिनिधि आपके घर आएंगे और पंजीकृत मोबाइन नंबर के जरिए आपका सत्यापन करेंगे। इसलिए किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें और स्मार्ट मीटर लगवाने की प्रक्रिया पूरी करें।

खास बात यह है कि स्मार्ट मीटर आपके घरों में बिल्कुल नि:शुल्क लगाया जा रहा है। यदि आपसे कोई पैसे की मांग करता है तो आप तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1912 पर शिकायत दर्ज कराएं। उपभोक्ताओं का सत्यापन इसलिए किया जाता है ताकि इसे पारदर्शी, सुरक्षित और सशक्त बनाया जा सके।

बरेली मंडल में 21 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं, इनमें से अब तक 33 हजार से अधिक उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं।

ओटीपी (सत्यापन कोड) को लेकर मत हों परेशान

विद्युत विभाग ने स्मार्ट मीटर व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए यह भी सुनिश्चित किया है कि स्मार्ट मीटर सत्यापन प्रक्रिया के दौरान मिलने वाला ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) केवल पंजीकरण के लिए आवश्यक है।

इसलिए इसे लेकर किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए, उपभोक्ताओं को 6 अंकों का ओटीपी अपने मोबाइल नंबर पर प्राप्त होता है, जिसे बिजली विभाग के अधिकृत कर्मचारी के साथ साझा करना होता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित और नि:शुल्क है। सत्यापन के दौरान उपभोक्ता अपने घर आए प्रतिनिधि का ऑथराइज्ड लेटर और पहचान पत्र देख सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया क्या है?

स्मार्ट मीटर लगाने से पहले की प्रक्रिया यानी "कंज्यूमर इंडेक्सिंग" उपभोक्ता की जानकारी सत्यापित करने के लिए आवश्यक है। इसमें मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज लिए जाते हैं।

सत्यापन प्रक्रिया के पूरा होने पर उपभोक्ता को उनके बिजली उपयोग और बैलेंस की जानकारी रियल-टाइम में मिलती है। इतना ही नहीं, बिजली उपयोग की निगरानी और नियंत्रण करने में आसानी भी होती है। इसे डिजिटल सिग्नेचर के माध्यम से और अधिक सुरक्षित बनाया गया है।

स्मार्ट मीटर रिप्लेसमेंट पूरी तरह से नि:शुल्क

इन दिशा-निर्देशों में उपभोक्ताओं के अधिकार सुनिश्चित करते हुए स्पष्ट किया गया है कि स्मार्ट मीटर रिप्लेसमेंट पूरी तरह से नि:शुल्क है, सत्यापन के दौरान किसी भी तरह की राशि नहीं ली जाती है। अगर आपसे कोई इसके लिए राशि की मांग करता है तो ये गैर-कानूनी है।

यदि ऐसा होता है, तो उपभोक्ता तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1912 पर शिकायत दर्ज कराएं, ताकि समय से विभाग द्वारा कदम उठाया जा सके और आप किसी ठगी के शिकार न हों।

एमवीवीएनएल के ऐप पर मिलेगी पूरी जानकारी

पंजीकरण के बाद आपकी सत्यापन की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। इसके बाद जब आपके घरों पर स्मार्ट मीटर लगाए जाते हैं, तब आप इसका पूरा फायदा ले सकते हैं। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एमवीवीएनएल) का ऐप डाउनलोड कर के बिजली उपयोग, बैलेंस समेत तमाम जानकारियां आपको इसी मोबाइल नंबर पर मिलेंगी और आप बिजली उपयोग पर नियंत्रण व निगरानी भी कर सकते हैं।

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