हरदोई: पहुंचे थे 'हवन' करने ...'आहुति’ में भाजयुमो कार्यकर्ताओं के जले हाथ…

पहुंचे थे हवन करने ...आहुति’ में भाजयुमो कार्यकर्ताओं के जले हाथ…
अखिलेश यादव के पुतले की पुलिस से खींचतान में दो हिस्से, हाथ आया हिस्सा फूंकने में जिलाध्यक्ष झुलसे। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था, मठाधीशों और माफ़ियाओं में कोई अंतर नहीं।

हरदोई। मठाधीशों और माफियाओं में कोई अंतर नहीं होने वाले समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान से उखड़े भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष आकाश सिंह के नेतृत्व में अखिलेश का पुतला फूंकने सिनेमा चौराहा पहुंचे थे। पुलिस ने पुतला छीन लिया तो दूसरा पुतला पेट्रोल डाल कर छीनने में आकाश के जूते जल गए और एक कार्यकर्ता झुलस गया।

युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष आकाश सिंह, जिला महामंत्री प्रखर अग्निहोत्री, भास्कर मौर्य, जिला उपाध्यक्ष अंशुमान मिश्रा, शिवेंद्र सिंह, रजनीश गुप्ता, वीरेंद्र सिंह, जिला मीडिया प्रभारी अनुज मिश्रा, नगर अध्यक्ष अभिषेक सिंह, गोविंदा, मुकेश अवस्थी, मयंक सिंह, सनी दीक्षित, आशुतोष, पूर्व सभासद मुनि मिश्रा और पंकज सिंह आदि कार्यकर्ताओं के साथ सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के बिगड़े बोल के विरुद्ध उनका पुतला फूंकने सिनेमा चौराहा पर जुटे थे। डिप्टी एसपी सिटी अंकित मिश्रा और सिटी कोतवाल नारायण कुशवाहा फोर्स के साथ मुस्तैद थे।

भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने पुतले को फूंकने का उपक्रम शुरू किया तो पुलिस ने पुतला छीन लिया। खींचतान में पुतला दो हिस्सों में बंट गया। इसके बाद युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने उनके हाथ लगे पुतले के हिस्से को पेट्रोल डालकर जलाने का प्रयास किया। लेकिन, पुलिस ने फायर एक्सटेंशनर के प्रयोग से पुतले को जलने से बचाने की कवायद की। इसी बीच युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष आग की चपेट में आ गए और आग ने उनके जूतों को पकड़ लिया।

एक कार्यकर्ता के कपड़ों ने आग पकड़ ली तो वह भी झुलसा। पुलिस ने तुरन्त कम्बल और कपड़ों से आग बुझाई। खैरियत रही कोई गंभीर हादसा नहीं हुआ। भाजयुमो कार्यकर्ताओं को बोतल में पेट्रोल किस तरह मिल गया, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं था। भाजयुमो पदाधिकारी भी सवालों से कन्नी काट गए।

पुतला दहन से पहले युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष आकाश सिंह ने कहा, अखिलेश यादव की बुद्धि काम नहीं कर रही है। कभी जिन्ना को क्रांतिकारी बताते हैं। उन्होंने सनातन धर्म के साधु और संतों की तुलना माफियाओं से कर दी, सिद्ध होता है वह हार से बौखलाए हुए हैं। उन्हें हमारे संत समाज से माफी मांगनी चाहिए। मठाधीश मठ मंदिर के माध्यम से समाज को संस्कार और संस्कृति से जोड़ते हैं। माफिया के संरक्षक अखिलेश यादव के बयान की युवा मोर्चा भर्त्सना करता है।

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