अल्टीमेटम: शाहाबाद तहसीलदार अजय कुमार के तबादले तक कोर्ट बहिष्कृत, कार्यकारी मजिस्ट्रेट अजय कुमार के बर्ताव से अधिवक्ता कुपित...

शाहाबाद। कार्य व्यवहार को लेकर चर्चित तहसीलदार अजय कुमार से अधिवक्ता संघ अध्यक्ष रामजी तिवारी की चैम्बर में झड़प हो गई। शाहाबाद के मौजादार के आपत्तिजनक रवैए से गुस्साए वकीलों ने उनका ट्रांसफर होने तक उनकी कोर्ट का बहिष्कार कर दिया।
तहसीलदार और वकीलों के बीच तनातनी इस कदर बढ़ी, पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। लेकिन अक्रोशित वकील किसी सूरत में मानने को राजी नहीं हुए। अधिवक्ता संघ अध्यक्ष रामजी तिवारी दाखिल खारिज के मामले को लेकर तहसीलदार अजय कुमार के चैंबर में गए। तहसीलदार ने पेशकार से फाइलें के मंगवाई और पेशकार से हड़काने लगे। यह व्यवहार देख अधिवक्ता संघ ने तहसीलदार को अच्छे व्यवहार की नसीहत दी। पलट कर अजय कुमार शाहाबाद बार अध्यक्ष रामजी तिवारी से ही उलझ गए। जानकारी चैम्बर से बाहर पहुंची तो वकील तहसील में जुट गए और हंगामा काट दिया। जैसे तैसे पुलिस ने मौके पर मामला शांत कराया।
दरअसल, दाखिल खारिज की फाइलें रजिस्ट्री आफिस से तहसीलदार दफ्तर पहुंचती हैं। लंबित फाइलों को ढूंढने के लिए ’पत्र पुष्पम’ का अर्पण चाहा जाता है। इस अंधेरगर्दी को लेकर अधिवक्ता संघ अध्यक्ष रामजी तिवारी तहसीलदार अजय कुमार से वादियों के मामलों को लेकर मिलने गए थे। लेकिन तहसीलदार अधिवक्ता को ही नसीहत देने लगे। पहले भी तहसीलदार की शिकायत डिप्टी कलेक्टर से की जा चुकी है, पर एक्शन नहीं कोई। विभागीय सूत्र बताते हैं, वकीलों से पंगे से घबराए तहसीलदार अजय कुमार मामले को पेशकार पर आरोपित करने का प्रयास कर रहे हैं।