भाकियू की हुंकार: कोरोना काल से पहले ठहराव वाली ट्रेनें फिर ठहरें बघौली…

कोरोना काल से पहले ठहराव वाली ट्रेनें फिर ठहरें बघौली…
ज्ञापन देने पहुंचे आंदोलनकारियों ने की रेल ट्रैक जाम करने की कोशिश, रेल ठहराव के भाकियू के मूवमेंट को व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया समर्थन...

बघौली। बघौली रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल से पहले कुछ ट्रेनों का ठहराव था। इस सहूलियत से क्षेत्र के व्यापारियों, किसानों और विद्यार्थियों संग हर वर्ग की राजधानी तक सुगम पहुंच थी। लेकिन, कोरोना काल में केन्द्र सरकार ने बघौली स्टेशन पर उन ट्रेनों का ठहराव बंद कर दिया जिनका यहां स्टॉपेज था। उन ट्रेनों के फिर से स्टॉपेज को लेकर क्षेत्र से लम्बे समय से मांग उठ रही है। हालांकि, सदर सांसद जयप्रकाश रावत ने मामले को मंत्रालय की टेबल पर पहुंचाया है।

लेकिन, इधर भारतीय किसान यूनियन (राष्ट्रीयतावादी) और स्थानीय व्यापारियों का धीरज शुक्रवार को दरक गया। यूनियन मंडल अध्यक्ष रावेन्द्र सिंह चौहान और जिला अध्यक्ष राम लखन पाठक की आवाज पर अहिरोरी ब्लॉक प्रभारी विकास सिंह चौहान के संयोजन में किसान सड़क पर उतर गए और क्षेत्र के हित में पहले ठहराव वाली ट्रेनों के फिर से स्टॉपेज की मांग बुलंद की। कस्बे के व्यापारियों ने प्रतिष्ठान बंद रख किसान यूनियन के आंदोलन को समर्थन दिया। किसानों के मूवमेंट को लेकर बघौली थानेदार विवेक वर्मा और स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल चौकन्ना और चौकस रहा।


आंदोलनकारी किसान दोपहर में डॉ.शरद पटेल, पूर्व ब्लॉक प्रमुख सपा नेता महेन्द्र वर्मा, राधेश्याम गुप्ता मल्हू, मुकेश गुप्ता, कन्हैयालाल गुप्ता, नितिन गुप्ता हरिवंश वर्मा की अगुवाई में पैदल मार्च कर रेलवे स्टेशन ज्ञापन देने पहुंचे। वहां रेलवे के किसी बड़े अफसर को न देख ट्रैक जाम करने की कोशिश की। पर, रेलवे सुरक्षा बल और बघौली थानेदार विवेक वर्मा में मशक्कत कर किसानों को मनाया। इसके बाद स्टेशन अधीक्षक देवेश चन्द्र राजवंशी को ज्ञापन सौंप दिया। बिजली विभाग की शिकायत का ज्ञापन लेने स्थानीय अभियंता भी मौजूद रहे। धरना प्रदर्शन में बड़ी तादाद में किसान शामिल हुए।

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